बूंदी.किसी कारण वर्ष नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए बच्चों और गर्भवतिओं के लिए 10 जानलेवा बीमारियों के प्रतिरक्षण के लिए जिले के सघन मिशन इंद्रधनुष टीकाकरण अभियान 2.0 का प्रथम चरण 2 दिसंबर से शुरू हो चुका है. ऐसे में जिले के सभी खंडों में चिन्हित विशेष रूप से स्थापित कुल 159 बूथों पर बच्चों को टीके लगाए जा रहे हैं.
बूंदी में शुरू हुआ टीकाकरण का इंद्रधनुष मिशन वहीं पहले से चिन्हित वंचित बच्चों को आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर भ्रमण कर निकट बूथ ले जाए जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अभियान के तहत ऐसे क्षेत्रो का चिन्हीकरण कर विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जा रहे हैं. जहां टीकाकरण का प्रतिशत बहुत कम है.
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जिसे नियमित टीकाकरण कर द्वारा बनाना मुश्किल है. जैसे जुगी झोपड़ियां, ईट भट्टे , सुदूर ढाणियां और एएनएम रिक्त पद वाले क्षेत्र इन क्षेत्रों को स्वास्थ्य विभाग ने चिन्हित किया है और इन क्षेत्रों में यह आशा सहयोगिनी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर भ्रमण कर रही है और टिका करवाए जा रहा है.
अभियान का द्वितीय चरण 6 जनवरी, तृतीय चरण 3 फरवरी और चतुर्थ चरण 2 मार्च 2020 को संचालित होगा. अभियान की सफलता के लिए विभिन्न राज्य और जिला स्तरीय अधिकारियों और समस्त खंड और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों ने प्रभावी मोनेटरिंग कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं.
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आरसीएचओ जेपी मीणा ने बच्चों को ड्यू लिस्ट के आधार पर टीके निर्देश जारी किए हैं, उन्होंने बस्ती के साथ-साथ बूंदी रोड पर स्थित सभी झुग्गियों में निवास करने वाले बच्चियों को टीकाकरण के निर्देश दिए हैं. प्रथम सत्र में 159 स्थानों पर बूथों का आयोजन किया जा रहा है. वहीं अभियान में 1 हजार 13 बच्चों और 309 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जाएगा.
सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि विभिन्न बिमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने वाले हर टिका की अपनी अलग-अलग समय सारणी होती है. लेकिन यदि उसे समय अनुसार वह ठिका ना लगे तो कुछ ठीके के बाद में शुरू होने पर प्रतिरक्षित किया जा सकता है. मिशन इंद्रधनुष बच्चों के प्रति हुई एक बड़ी भूल का लोगों को सुधारने का अच्छा मौका है. उन्हें हर आमजन से अपील की है कि वह अपने और अपने जानकारी में ऐसे बच्चों को जरूर इंद्रधनुष मिशन पर लेकर आएं क्योंकि जब जागो तब सवेरा है.
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चिकित्सा विभाग की टीकाकरण इंद्रधनुष मिशन अभियान के तहत एक ही मंशा है कि जो जिले में टीकाकरण से वंचित बच्चे को गर्भवती या रह गई है. उन्हें इन माह में टीकाकरण करवा ले. ताकि शरीर में जो बीमारी है, वह खत्म हो जाए और किसी तरीके की बीमारी शरीर में रहे नहीं और हर आमजन रोग मुक्त हो सके. इसी को लेकर 4 चरणों में चार माह तक मिशन इंद्रधनुष जिले में चलेगा.