बूंदी. जिले में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के बाद नदी नाले उफान पर है. बारिश में पानी की लगातार आवक के बाद शहर की जैतसागर और नवल सागर झील खतरे के निशान पर चल रही हैं. जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा दोनों झीलों के गेटों को खोल कर हजारों लीटर पानी की निकासी की गई है.
नवल सागर और जैतसागर झील खतरे के निशान पर पानी की निकासी से निचले इलाकों में भारी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. जैतसागर में लगातार आवक होने से प्रशासन द्वारा झील के 9 गेट खोल दिए गए है. साथ ही बूंदी का गुड़ा बांध लबालब हो गया है और मेज नदी उफान पर आ गई है. प्रशासन ने नवल सागर झील के भी सभी गेट खोल दिए हैं.
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वहीं नमाना श्यामू मार्ग पर स्थित घोड़ा पछाड़ नदी की पुलिया का मार्ग बारिश के बाद बाधित हो गया है. बता दें कि भारी बारिश के चलते यह मार्ग अब तक तीन बार बंद हो चुका है. साथ ही झाली जी का बराना में स्थित मेज नदी पर 4 से 10 फीट तक की पानी की चादर चल रही है जिससे एक दर्जन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है. भारी बारिश के चलते नमाना इलाके में 4 गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. प्रशासन ने लगातार बारिश के चलते 16 अगस्त को जिले के सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है और चेतावनी दी गई है कि पानी से दूर रहें. पिछले 24 घंटों से जारी बारिश ने प्रशासन के सारे दावों की पोल खोलकर रख दी है.