बूंदी. जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में रविवार को निःशुल्क स्वर्ण प्राशन शिविर आयोजित किया गया. इसमें स्वर्ण प्राशन की दवा को 1 साल से 15 साल के बच्चों के लिए निःशुल्क लाया गया. इससे पहले यहां पर दो बार शिविर आयोजित हो चुका है.
बता दें, कि इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री हरिमोहन शर्मा और रोटीरी क्लब के अध्यक्ष और सदस्य मौजूद रहे, जिन्होंने बच्चों को दवा पिलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की. वहीं डॉ सुनील कुशवाहा का कहना है कि दवा के पीने से 20 प्रकार के रोग बालक से दूर होते हैं. बूंदी जिले का यह पहला अस्पताल है और राजस्थान का यह प्रयोग पहली बार किया जा रहा है, जहां बूंदी जिले में बच्चों को निःशुल्क दवा पिलाई जा रही है. अब तक दो बार शिविर लगाए जा चुके हैं.
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वहीं उन्होंने कहा कि तीसरी बार कैंप में भी 2,000 से अधिक बालक-बालिकाओं को फिर से निःशुल्क दवाई पिलाई गयी है. डॉक्टर सुनील कुशवाहा ने बताया कि अन्य अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवा को निःशुल्क नहीं पिलाया जाता है. इसका समय शुल्क तय होता है, लेकिन बूंदी में यह स्वर्ण प्राशन बच्चों को निःशुल्क पिलाई जा रही है.
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उन्होंने बताया कि स्वर्ण प्राशन आयुर्वेदिक की एक महत्वपूर्ण विधा है. इसमें 1 महीने से 15 साल तक के अधिक बच्चों को पुष्य नक्षत्र के दिन इस दवाई की बूंदे पिलाई जाती है. दक्षिण भारत के अधिकतर राज्यों में इसका काफी चलन है. आयुर्वेदिक कॉलेजों सहित प्राइवेट चिकित्सक इस विधा का खूब उपयोग कर रहे हैं. पूर्व वित्त मंत्री हरिमोहन शर्मा ने बताया कि राजस्थान के अंदर सरकार द्वारा आयुर्वेदिक अस्पतालों में स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है काफी अच्छा प्रयास है. बता दे, कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में जब से स्वर्ण प्राशन दवाएं बच्चों को पिलाई जा रही है. वह बच्चों को मुख्य रूप से सर्दी, जुकाम, बुखार, वजन कम होना, लंबाई नहीं बढ़ना साहित काफी असरदार रही है.