केशवरायपाटन (बूंदी). सहकारिता क्षेत्र की प्रदेश की एक मात्र शुगर मिल वर्ष 2000 से बंद पड़ी है. मिल के पुन: संचालन को लेकर किसानों का धरना पिछले 23 दिनों से जारी है. वहीं दूसरे दिन गुरुवार को भी किसान नेता गिरिराज गौतम का अनशन जारी रहा. मेगा हाईवे के शुगर मिल चौराहे पर संयुक्त किसान समन्यवय समिति शुगर मिल के पुनः संचालन की मांग को लेकर धरना लगा रखा है.
किसानों का कहना है कि पिछले 21 वर्षों से शुगरमिल के चलने की आस लगाए बैठे गन्ना उत्पादक अंशधारी किसान इसलिए आशावादी हो रहे हैं कि कांग्रेस शासन में घाटे का सौदा बताकर हाड़ौती की जीवनदायिनी शुगर मिल को बंद कर दिया गया था. उसको भाजपा ने सरकार बनने पर चलाने का किसानों से वादा किया था, लेकिन वह पूरा नहीं हो पाया.