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कैसा है 'रैन' में बसेरा: बूंदी में सभी सुविधाओं से लैस हैं आश्रय स्थल... गर्म पानी से लेकर टीवी तक की व्यवस्था, देखें स्पेशल रिपोर्ट

राजस्थान में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है. ऐसे में प्रदेश के रैन बसेरों के हालात जानने केलिए ईटीवी भारत की टीम हर जिले में पहुंचकर वहां की हकीकत से रूबरू हो रही है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत बूंदी के आश्रय स्थलों की जानकारी लेने पहुंचा. देखिए बूंदी से स्पेशल रिपोर्ट..

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बूंदी में रैन बसेरों का रियलिटी चेक

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Published : Dec 14, 2019, 6:57 PM IST

Updated : Dec 14, 2019, 7:10 PM IST

बूंदी.सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है. ऐसे में रैन बसेरों के हालात जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम बूंदी पहुंची. यहां संचालित हो रहे रैन बसेरों में नगर परिषद के जरिए बेहतर व्यवस्था की गई है. रैन बसेरों में सभी मूलभूत सुविधाएं मिलीं. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी भी लगाए गए हैं. बूंदी में सर्दी के मौसम के शुरुआत से ही रैन बसेरों में आने वालों की संख्या बढ़ने लगी है.

बूंदी में रैन बसेरों का रियलिटी चेक, देखिए स्पेशल रिपोर्ट

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रैन बसेरों पर ईटीवी भारत का रियलिटी चेक
छोटीकाशी बूंदी में रैन बसेरे की शुरुआत हो गई है. यहां पर सर्दी के मौसम के साथ ही बेघर लोगों का रैन बसेरा में पहुंचना शुरू हो गया है. रैन बसेरे में महिला और पुरुष का कक्ष अलग तरीके से बनाया गया है. जहां पर 25- 25 बैड की संख्या है. यहां पर रैन बसेरा में रुकने वाले लोग सीधा रैन बसेरे में आते हैं और एंट्री करवा कर यहां उन्हें सभी सुविधा मिल जाती है.

सोने के लिए बैड और रजाई-गद्दे

रैन बसेरे में सारी सुविधा उपलब्ध
हर आम आदमी को बिना किसी रुकावट के आश्रय स्थल में रात्रि में रुकने के लिए जगह दी जा रही है. रैन बसेरों में बैड, सर्दी से बचने के लिए रजाई-गद्दे, गर्म पानी के लिए गीजर और शुद्ध पानी के लिए वाटर कूलर मिल रहा है. वहीं सुरक्षा के लिए सीसीटीवी की भी सुविधा की गई है.

स्वच्छ पीने के पानी की व्यवस्था

शहर में 4 रैन बसेरा संचालित
बूंदी के 4 अलग-अलग हिस्सों में रैन बसेरे संचालित हो रहे हैं. बूंदी नगर परिषद की ओर से रैन बसेरा को निजी ठेकेदारों के माध्यम से संचालित कराया जा रहा है. निजी ठेकेदार ही स्टाफ रखते हैं. नगर परिषद सिर्फ भुगतान करती है, लेकिन मेन मॉनिटरिंग बूंदी नगर परिषद ही कर रही है.

रैन बसेरों के लिए टीम का गठन
बूंदी नगर परिषद ने शहर के विभिन्न हिस्सों में संचालित हो रहे रैन बसेरों के लिए टीम का गठन भी किया है. शहर भर में टीमें घूम रहीं हैं और उन बेघर लोगों से पूछ रहीं हैं, कि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी तो नहीं है. इसके पीछे नगर परिषद का मानना है, कि अगर ठेकेदार की लापरवाही होगी तो वो सामने आ जाएगी.

सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी

जज आए दिन करते हैं औचक निरीक्षण
आपको बता दें, कि सर्दी की शुरुआत होने से पहले विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्व कालिक सचिव और अन्य जजों ने भी बूंदी के इन रैन बसेरों का दौरा कर सुविधा को जाना था. उसको लेकर भी प्रशासन लगातार सतर्क है, क्योंकि बूंदी की विधिक सेवा प्राधिकरण के जज आए दिन औचक निरीक्षण करते रहते हैं और उन्हीं के अनुसार इन रैन बसेरों में सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं.

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बूंदी में 4 डिजिटल रैन बसेरा
बूंदी शहर में एक छत्रपुरा, देवपुरा में दो और लंका गेट पर एक आश्रय स्थल है. जिसे नगर परिषद ने डिजिटल रैन बसेरा नाम दिया है. जहां पर आमजन को सभी सुविधाएं दी जा रहीं हैं.

ईटीवी भारत ने बेघर लोगों ने बात की तो उन्होंने इन सुविधाओं की तारीफ करते हुए कहा, कि नगर परिषद की ओर से बेहतर सुविधाएं दी जा रहीं हैं. आईडी दिखाकर यहां रुकवा लिया गया. कुछ लोग तो बूंदी के बाहर से भी थे. जिन्हें यहां पर रुकने के लिए स्थान दिया हुआ था.

Last Updated : Dec 14, 2019, 7:10 PM IST

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