बूंदी. कुछ समय से बूंदी और आसपास के क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना वायरस के कारण अधिवक्ताओं की रक्षा के लिए अभिभाषक परिषद की कार्यकारिणी की बैठक हुई है. इसमें अदालती कार्य स्थगन और अदालत परिसर में लॉकडाउन के फैसले की समीक्षा की गई है, इसे अच्छा फैसला बताया गया है. साथ ही 11 सितंबर तक अधिवक्ताओं से कार्य स्थगन में सहयोग चाहा गया है. बैठक में परिषद के अध्यक्ष एडवोकेट चंद्रशेखर शर्मा ने साथ ही अधिवक्ताओं से जमानत और कार्यवाही ऑनलाइन कराने, स्टाम वेंडर, टाइपिस्ट की अदालत परिसर में प्रवेश नहीं करने की अपील की गई है. जानकारी के अनुसार अब तक कोरोना वायरस के चलते तीन बार बूंदी अदालत परिसर को बंद किया जा चुका है.
बता दें कि अदालत परिसर में जिलेभर के लोग अपने तारीख पेशी में आते हैं. जहां पर कई बार सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती हुई भी नजर आती है. ऐसे में यहां मंगलवार को एक अधिवक्ता की कोरोना वायरस के चपेट में आने से मौत की जानकारी भी मिली है. इसी के साथ अधिवक्ताओं में भय पैदा हो गया है. यही कारण रहा कि अधिवक्ताओं ने आपात बैठक लेकर बूंदी अदालत परिसर को 11 सितंबर तक स्थगित करने का फैसला लिया है. आज पूरा कोर्ट परिसर बंद रहा और कोर्ट परिसर के दोनों द्वार बंद रहे, जहां पुलिसकर्मी मुख्य द्वार पर खड़े रहे और बिना वजह घूम रहे लोगों को अंदर प्रवेश नहीं दिया.