बूंदी. जिले में पंचायत सहायकों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. यहां पर रेड क्रॉस भवन पर सभी पंचायत सहायक जुलूस के रूप में प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. जहां जमकर पंचायत सहायकों ने नारेबाजी की और जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.
पंचायत सहायकों की नियमतिकरण की मांग इस दौरान पंचायत सहायक मनोज खटीक ने बताया कि प्रदेश सरकार विधानसभा चुनाव के पूर्व हमसे वादा करके भूल गई है. सरकार ने कहा था कि हमारी सरकार जैसे आएगी तो हम सभी पंचायत सहायकों को नियमितीकरण कर देंगे, लेकिन सरकार बनने के 1 साल बाद भी हमारे को नियमितीकरण के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया.
पढ़ें-कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुरूप होगा प्रदेश सरकार का बजट : सचिन पायलट
जबकि सरकार ने नियमितीकरण को लेकर एक कमेटी भी बना दी है. उस कमेटी का कोई मतलब नहीं रह गया है. कहां और कब वह कमेटी मीटिंग करती है, इसकी जानकारी हमें लग नहीं पाती है. उन्होंने कहा कि सरकार कमेटी दूसरी बनाए. जिससे कमेटी सरकार के समक्ष अपने विचार विमर्श रख सके.
प्रदर्शन कर रहे पंचायत सहायकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार ने जल्द पंचायत सहायकों की नियमितीकरण को लेकर कोई ध्यान नहीं दिया तो पूरे प्रदेश के 27 हजार पंचायत सहायक जयपुर कूच करने के लिए तैयार होंगे और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे.
पढ़ें-विधानसभा की सुरक्षा में हुई चूक, Gate नंबर 6 पर पहुंचे प्रदर्शनकारी दंत चिकित्सक
बता दें कि पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार ने पंचायत सहायकों की नियुक्ति की थी और गहलोत सरकार के आने के दौरान पंचायत सहायकों का कार्यकाल बढ़ाया नहीं गया था. जिसके चलते पंचायत सहायक दोबारा नियुक्त नहीं हो सके थे. जिनके सामने अब रोजी-रोटी का संकट आ पड़ा है और पंचायत सहायक अपनी नियमितीकरण स्थाई रोजगार की मांग कर रहे हैं.