बूंदी. राजस्थान सरकार ने हाल में ही प्रदेश में 7 मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा की थी, जिसमें बूंदी का नाम भी शामिल था. इसके बाद जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग तेज हो गई है. बता दें कि यहां पर मेडिकल कॉलेज संघर्ष समिति ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा है. समिति ने बूंदी में ही मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग रखी है. वहीं, सामाजिक संगठनों ने बूंदी में मेडिकल कॉलेज खोलने की मांग को लेकर पोस्टकार्ड अभियान भी शुरू किया है और युद्ध स्तर पर पोस्टकार्ड कर अभियान चलाया जा रहा है.
बता दें कि हाल में ही राज्य सरकार ने जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति जारी की थी. वहीं, स्वीकृति जारी होने के बाद बूंदी में मेडिकल कॉलेज के लिए प्रशासन ने भूमि देखी थी. ऐसे में प्रशासन को भूमि के आदेश राज्य सरकार को भिजवाने थे लेकिन आखिरकार मेडिकल कॉलेज के खोलने की जगह को लेकर संशय बना हुआ था. ऐसे में जिला कलेक्टर ने दौरा कर खेल मंत्री के विधानसभा क्षेत्र हिंडोली के पास स्थित तालाब गांव में भूमि को आवंटित कर दिया था.
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जानकारी के अनुसार तालाब गांव में 63 बीघा भूमि को आवंटित करने के बाद बूंदी में सियासी जंग शुरू हुई और बूंदी वासियों ने हिंडोली में मेडिकल कॉलेज चले जाने का विरोध करना शुरू कर दिया. यहां पर विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से मेडिकल कॉलेज का हिंडोली में ले जाने का विरोध किया तो हिंडोली में लोगों ने मंत्री की वाही वाही की. फिर मंगलवार को राज्य सरकार ने पूरे गतिरोध को समाप्त करने की कोशिश की और राज्य सरकार ने चिकित्सा विभाग की एक टीम को तैयार किया, जहां पर टीम खुद जाकर भूमि देखेगी और नवीन मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए भूमि को तलाशेगी.