बूंदी. राजस्थान में इन दिनों सियासी घमासान जोरों पर चल रहा है. कांग्रेस विधायक दो गुटों में बंटे नजर आ रहे हैं और अपने-अपने नेताओं को समर्थन देने का दावा कर रहे हैं. शनिवार रात्रि को मुख्यमंत्री आवास पर आपातकाल बैठक बुलाई गई. जहां पार्टी की अंदरूनी बातों को ध्यान में रखते हुए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई है.
इसको लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पीपल्दा से विधायक रामनारायण मीणा ने भी अपनी बात रखी है. विधायक रामनारायण मीणा ने कहा कि मैं कांग्रेस परिवार का सदस्य हूं और कांग्रेस के साथ हूं. वर्तमान में जो हालात चल रहे हैं ठीक नहीं हैं. सिद्धांतों से पार्टी चलती है, लेकिन गुटबाजी की खबरें मीडिया में सामने नहीं आनी चाहिए. बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी देश के अलग-अलग राज्यों में खरीद-फरोख्त कर रही है. राजस्थान में भी खरीद फरोख्त की कोशिश की गई. कांग्रेस के कुछ विधायक उनके संपर्क में आए, जो सही नहीं था.
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उन्होंने कहा कि मैं राजस्थान में कांग्रेस का वरिष्ठ विधायक हूं. मुझे मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली तो मैं शांत रहा. पार्टी के साथ काम करता रहा और अभी भी साथ हूं. उन्होंने कहा कि देर रात्रि मुख्यमंत्री आवास पर जो बैठक हुई है, वहां कुछ विधायकों ने अपना समर्थन पत्र देते हुए मुख्यमंत्री में आस्था जताई थी, लेकिन मेरा मानना है कि मैं कांग्रेस के प्रति निष्ठा रखता हूं और काफी लंबे समय से कांग्रेस में हूं. मुझे समर्थन पत्र देने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने साफ तौर से कहा कि कांग्रेस पार्टी में कई बार देखा गया है कि जो कार्यकर्ता नहीं था, वो टिकट लेकर आया. वह संगठन में उच्च पद लेकर आया और कार्यकर्ताओं को कोई जगह नहीं दी. वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार किया गया, इसको पार्टी को समझना होगा और जो लोग वरिष्ठ हैं, उन लोगों को पार्टी में जगह देकर मजबूत करना होगा. तभी जाकर कांग्रेस पार्टी मजबूत हो पाएगी. उन्होंने कहा कि जो वरिष्ठ नेता थे, उन वरिष्ठ नेताओं को मंत्रिमंडल से दूर रखा और जो छोटे कद के बिना अनुभव के नेता थे उन नेताओं को मंत्री बना दिया, जिससे कई वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी जाहिर की. यही कारण रहा कि कांग्रेस के अंदर दो धड़े बन गए हैं.
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