केशवरायपाटन (बूंदी). क्षेत्र में रविवार को पालिकाध्यक्ष के लिए मतदान हुआ. जिसमें चारों पालिकाओं में कांग्रेस का बोर्ड बना है. क्षेत्रीय विधायक चन्द्रकांता मेघवाल का तजुर्बा यहां फेल नजर आया. अपने क्षेत्र में एक भी बोर्ड बनाने में मेघवाल को सफलता हासिल नहीं हुई.
केशवरायपाटन में बना कांग्रेस का बोर्ड केशवरायपाटन, कापरेन,लाखेरी और इंदरगढ़ में कांग्रेस ने निर्दलीयों के सहारे बोर्ड बनाया है. वहीं केशवरायपाटन, कापरेन और इंदरगढ़ में भाजपा के खेमे में भी कांग्रेस को सफलता मिली है. बीजेपी की बाड़ेबंदी के बावजूद कई भाजपा समर्थित पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग भी की है. कुल मिलाकर यूं कहे टिकट वितरण से लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष था और फिर अध्यक्ष के सिंबल में भी पार्षदों में तनातनी थी. जिसका खामियाजा बीजेपी को उठाना पड़ा.
केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र की चारों निकायों में कांग्रेस ने परचम लहराया है. क्षेत्र में सुबह 10 बजे अध्यक्ष के लिए मतदान शुरू हुआ. कापरेन में एक जुट बस में सवार कांग्रेस के 9 पार्षदों के साथ 5 निर्दलीय भी मतदान करने पहुंचे, तो बीजेपी के ग्यारह पार्षद एक साथ मतदान को आए.
जिसमे बीजेपी के गिरिराज को 10 मत, तो कांग्रेस के हेमराज को 15 मत मिले. यहां बीजेपी के एक मत की क्रॉस वोटिंग का अंदेशा है, तो वहीं केशवरायपाटन में बीजेपी के रामनारायण मेघवाल को 9 मत मिले. कांग्रेस समर्थित निर्दलीय कन्हैया लाल को 16 मत मिले. यहां भी बीजेपी में क्रॉस वोटिंग हुई है. निकाय चुनाव की अगर बात करे तो यहां कांग्रेस के 9 पार्षद, बीजेपी के 12 और निर्दलीय 4 पार्षद विजयी हुए थे. इससे जाहिर है, बीजेपी में क्रॉस वोटिंग हुई है.
पढ़ें-निकाय प्रमुख नतीजे : मंत्रियों का 'रिपोर्ट-कार्ड' साबित हुआ परिणाम...डोटासरा, रघु शर्मा, चांदना, भाटी, विश्नोई सफल, सालेह फेल
वहीं लाखेरी नगर पालिका में कांग्रेस की आशा शर्मा को 20 मत, बीजेपी को 10 और निर्दलीय को 5 मत मिले. वहीं इंदरगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस के बाबूलाल वर्मा को 13 और बीजेपी के पूरणमल आर्य को 7 मत मिले. यहां सभी निर्दलीयों ने कांग्रेस को समर्थन किया है. चारों निकायों में कांग्रेस का बोर्ड बनने से क्षेत्रीय विधायक चन्द्रकांता मेघवाल की काफी किरकिरी हुई है. पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधायक की मनमर्जी से टिकट वितरण और अध्यक्ष पद के सिंबल से नाराजगी थी. इसी का परिणाम रहा कि भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा.