बूंदी.देश के अधिकांश हिस्सों में छठ पूजा की धूम है. हिंदू पंचांग के अनुसार आस्था का यह पर्व कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. मुख्य रूप से यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया को समर्पित है. हिंदू धर्म में मान्यता है कि कोई भी शुभ कार्य और देवी - देवता की पूजा शुभ मुहूर्त में की जाती है. तभी जातक साधक को उसकी साधना का वास्तविक और शुभ फल प्राप्त होता है. इसलिए छठ पूजा का भी अलग ही महत्व है.
बूंदी के देवपुरा में भी छठ माता की पूजा की गई जहां पर विभिन्न परिवारों ने इस पूजा में भाग लिया.जहां पर माता की चौकी को पूजा गया. खासतौर पर इस पूजा में टेकुआ प्रसाद चढ़ाया गया. छठ पूजा के दिन शाम को अर्घ्य से पहले सभी लोग अपने घरों में ठेकुआ का प्रसाद पकवान तैयार करते हैं और माता के घाट पर उसे चढ़ाते हैं. फिर उसी समय से निर्जला व्रत शुरू हो जाता है, जो सुबह तक चलता है.