बूंदी.मातृ और शिशु अस्पताल की एसएनसीयू यूनिट में 11 बच्चों की मौत का विवाद बढ़ता जा रहा है. यहां पर रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य दल की 2 सदस्य टीम निरीक्षण करने पहुंची थी. टीम ने निरीक्षण किया उसके बाद टीम जैसे ही पीछे के रास्ते से जाने लगी तो बीजेपी कार्यकर्ता टीम के आगे आ गए और टीम की कार को रोक दिया. साथ ही जाम लगाकर बैठ गए और जमकर चिकित्सा मंत्री और पीएमओ खिलाफ नारेबाजी की.
केंद्रीय स्वास्थ्य दल को झेलना पड़ा विरोध जानकारी के अनुसार कोटा के जेके लोन अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद बूंदी में भी बच्चों की मौत हुई थी. ऐसे में टीम ने बूंदी के हालातों का जायजा लिया. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टीम को रोक दिया. साथ ही टीम की कार के आगे ही जाम लगाकर बैठ गए. उन्होंने जमकर चिकित्सा मंत्री और पीएमओ खिलाफ नारेबाजी की और ठोस कार्रवाई को लेकर मांग की. वहीं करीब 30 मिनट तक कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय स्वास्थ्य दल टीम का घेराव कर रखा.
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सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस और पीएमओ मौके पर पहुंचे. जहां टीम से उन्होंने वार्ता की उसके बाद टीम ने आश्वासन दिया. पीएमओ ने कहा कि इस रिपोर्ट में जल्द खुलासा होगा कि किन कारणों से बच्चों की मौत हुई है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस आश्वासन के बाद कार्यकर्ता माने और उन्होंने टीम को जाने दिया.
बीजेपी के युवा नेता रुपेश शर्मा ने बताया कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण यह घटना हुई है और इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अभी तक कांग्रेस सरकार के किसी भी मंत्री मुख्यमंत्री ने आकर बूंदी की सुध नहीं ली है. कोटा में भी घटना हुई, कोटा का उन्होंने दौरा किया है लेकिन पास में ही बूंदी था, पर बूंदी का दौरा क्यों नहीं किया. लापरवाही की आंच अधिकारी पर गिरना चाहिए अगर इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो बीजेपी की तरफ से प्रशासन को विरोध का सामना करना पड़ेगा. युवा नेता रुपेश वर्मा ने मांग की है कि टीम ने जो दौरा किया है, उसकी रिपोर्ट सार्वजनिक हो और दोषियों पर कार्रवाई की जाए.