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बूंदी: हाड़ौती का गोवा कहे जाने वाला बरधा बांध में चली चादर

हाड़ौती के गोवा के नाम से प्रसिद्ध बरधा डैम पर 1 इंच की चादर चल जाने से यहां लोगों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. वहीं, अब यहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी.

बूंदी का बरधा डैम, Bundi rain news
हाड़ौती का गोवा कहे जाने वाला बरधा बांध में चली चादर

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Published : Aug 22, 2020, 11:06 PM IST

बूंदी.जिले में हाड़ौती के गोवा के नाम से प्रसिद्ध बरधा डैम पर चादर चलना शुरू हो गई है. लगातार क्षेत्र में हो रही बारिश से बरधा बांध का जलस्तर बढ़ गया है और चादर चलने से लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

हाड़ौती का गोवा कहे जाने वाला बरधा बांध में चली चादर

बांध पर आसपास के लोग पिकनिक मनाने पहुंचने लगे हैं. बरधा बांध संभाग के पिकनिक स्पॉट्स में अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है. बारिश के दिनों में यहां हजारों सैलानी जल क्रीड़ा करने पहुंचते हैं. इस बार यहां सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी.

क्योंकि हर साल बांध पर हजारों लोग पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. इस बार बारिश लेट होने से बांध का जलस्तर बढ़ने में काफी समय लग गया. अब क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जिले के अधिकांश बांध और तालाब का जलस्तर काफी बढ़ गया है. वहीं, शनिवार को जैसे ही बरधा बांध पर चादर चली तो क्षेत्र के लोग पिकनिक मनाने के लिए पहुंच गए.

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करीब 50 से अधिक लोग पानी का आनंद लेते हुए नजर आए. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती भी दिखाई दी. जिसे रोकने वाला कोई भी नजर नहीं आया. हालांकि इन बांधों के पर सिविल डिफेंस के जवानों को तैनात किया गया है. लेकिन यह जवान गहरे पानी में जाने के लिए और किसी अनहोनी होने पर ही रेस्क्यू के लिए तैनात हैं.

सन 1872 में ब्रिटिश गर्वनर रॉबर्टशन ने अल्फानगर इलाके में सिंचाई के लिए यह डैम बनवाया था. यहां 200 मीटर लंबा दूधिया फाल का अदभुत नजारा देखना और तलहटी के बीच चट्टानों में पिकनिक मनाने का आनंद ही अलग है. बांध में 17 फीट से लेकर 21 फीट के गेज बने हुए हैं. सबसे पहले 17 फीट की पाल पर चादर चलती है उसके बाद पानी अधिक आने के बाद चादर 21 फीट के गेज पर भी चलाने लग जाती है.

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हर वर्ष करीब 4 से 5 फीट की चादर इस बांध पर चल जाती है और तालेड़ा इलाके में इस बांध से किसानों को नहरी पानी और पीने का पानी भी उपलब्ध करवाया जाता है.

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