बूंदी. जिले में मंगलवार को जिला पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने वर्ष 2020 में हुई अपराधिक घटनाओं और कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर से किए गए कार्यों का ब्यौरा मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया. इस दौरान उन्होंने 2019 के मुकाबले 2020 में अपराधों में कमी होने का दावा किया है. इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक किशोरी लाल, सहायक पुलिस अधीक्षक कुंदन कंवारिया मौजूद थे.
जिला पुलिस अधीक्षक शिवराज मीणा ने पत्रकारों को बताया कि 2019 के मुकाबले 2020 में आईपीसी के मामलों में 8.01 फीसदी की कमी रिकॉर्ड की गई है. इसी प्रकार महिला अत्याचारों के मामलों में 24.02 फीसदी, सड़क दुर्घटनाओं में 8.62 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. इसी प्रकार जिले में अवैध हथियार मादक पदार्थों की बड़ी मात्रा में बरामदगी करने में बूंदी पुलिस अग्रणी रहा है. उन्होंने बताया कि लूट हत्या और डकैती के कोई अनसुलझे मामले पेंडिंग नहीं रहे. जिले में कानून व्यवस्था की दृष्टि से अच्छी स्थिति रही है. जिले में कोई पेशावर गैंग और सक्रिय माफिया नहीं हैं.
जिला पुलिस ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रशंसनीय भूमिका अदा की है. एसपी मीणा ने बताया कि जिले में 2019 में 970 महिला अत्याचारों के मामले दर्ज किए गए थे. जबकि साल 2020 में 737 मामले पंजीकृत किए गए हैं. सड़क दुर्घटनाओं में 2020 में कुल 445 मामले दर्ज किए गए. जबकि 2019 में 487 मामले दर्ज किए गए थे. इसमें घायलों की संख्या में भी 141 की कमी आई है. जिला पुलिस की विशेष टीम ने तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए मजबूत मुखबिर तंत्र और बेस्ट सुपरविजन से बूंदी जिला पुलिस की ओर से अपराधों में अंकुश लगाते हुए ब्लाइंड मर्डर, डकैती और लूट का पर्दाफाश कर सभी मामले सुलझा लिए हैं. ऐसे मामलों के पेंडिंग नहीं होने का दावा किया गया है.