बूंदी. जिले में सोमवार को संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों ने अतिक्रमण से पूर्ण मुक्त पक्का नाला बनाने की मांग को लेकर नगर परिषद में प्रदर्शन किया. जिसमें बड़ी संख्या में पुरुष और महिलाएं शामिल रहीं. बता दें कि पिछले दिनों भारी बारिश के चलते बूंदी के कई इलाके जलमग्न हो गए थे.
अतिक्रमण हटाने को लकेर लोगों ने किया प्रदर्शन युवा नेता रुपेश वर्मा ने बताया कि विगत 15 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन बूंदी शहर की महावीर कॉलोनी ,जवाहर कॉलोनी, बहादुर सिंह सर्किल ,पुलिस लाइन पुलिस अधीक्षक कार्यालय ,गणेश बाग ,देवपुरा रोड बरसाती नाले के सही से निकास नहीं होने के कारण पूरे 3 दिन तक पानी में लोग रहे थे. इसी के कारण इन क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.
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उन्होंने बताया कि नगर परिषद की लापरवाही से शहर के सबसे बड़े नाले पर अतिक्रमण होने के चलते बाढ़ की स्थिति पैदा हुई. 72 फीट से 80 फीट का नाला शहर के जैतसागर से शुरू होता है जो करीब 10 किलोमीटर एरिया को सम्मलित करते हुए मांगली नदी इलाके में खत्म होता है. नेत बताया कि इस नाले में अतिक्रमण जमा होने से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है. जिसके चलते आम जनता परेशान है.
उन्होंने कहा कि नाले से जैतसागर एवं नवल सागर झील का पानी भी इसी से होकर गुजरता है. जिसके कारण जब दोनों झीलों का पानी इस नाले पर आया तो पानी बाढ़ के रूप में तब्दील हो गया. जिसके चलते करीब 20 कॉलोनियां इसकी चपेट में आ गई. रुपेश ने बताया कि कई बार नाले का सर्वे किया गया. उसके बाद सर्वे रिपोर्ट प्रभारियों ने जिला कलेक्टर को सौंपी. जिसमें करीब 10 किलोमीटर के नाले पर दो सौ से अधिक अतिक्रमण की बात सामने आई.
इस मामले में जिला कलेक्टर की ओर से नगर परिषद को सात दिन में नाले से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. पर समय पर अतिक्रमण न हटाए जाने पर लोगों ने नगर परिषद के कार्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया.