बूंदी.जिला पुलिस द्वारा जनवरी 2022 को शुरू किए गए नवाचार 'ऑपरेशन समानता' को अब प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपनी 100 दिवसीय कार्य योजना में शामिल किया है. प्रदेश के सभी जिलों में इस अभियान के तहत अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के विवाह समारोह में विध्न डालने वालों से सुरक्षा व सरंक्षण प्रदान कर आमजन में जागरुकता लाई जाएगी.
यहीं नहीं इस अभियान को पुलिस मुख्यालय ने भी अपने वर्ष 2024 के वार्षिक कलैंडर में लिया है. बता दें कि दलित दूल्हों को घोड़ी पर नहीं चढ़ने देने या उतार देने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए बूंदी पुलिस द्वारा जनवरी 2022 में 'ऑपरेशन समानता' अभियान शुरू किया था. जिले में ऐसे गांव चिंहित किए गए थे जहां आजादी के 75 साल भी दलित दूल्हा घोड़ी पर नहीं बैठा या बैठा तो उसमें किसी ना किसी प्रकार का विवाद हुआ. पुलिस ने जिले में ऐसे गांवो का सर्वे किया,जहां ऐसी आशंका हो सकती थी. दलित दूल्हा-दुल्हन को घोड़ी से उतरने की घटनाओं को रोकने के लिए ये अभियान चलाया गया था.
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सरकार की कार्ययोजना में शामिल: पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि बूंदी पुलिस द्वारा शुरू किया गया ऑपरेशन समानता अभियान को सरकार ने अपनी 100 दिवसीय कार्य योजना में लागू किया है. वहीं पुलिस मुख्यालय के वार्षिक कैलेंडर में भी इसको लिया गया है. आजादी के 75 साल बाद भी दलित दूल्हों की घोड़ी पर बिंदौरी नहीं निकाली गई. ऐसे में जनवरी 2022 में इस अभियान की शुरुआत की गई. तब से अब तक इस अभियान के तहत 220 दलित दूल्हों की बिंदौरी निकाली गई. शुरुआत में पुलिस प्रोटेक्शन में गांवों में बिंदौरी निकाली गई. जैसे-जैसे जागरुकता आती गई लोग निडरता के साथ स्वयं बिना पुलिस सुरक्षा के गांवों में अब बिंदौरी निकाल रहे हैं. उन्होंने बताया कि सर्वे के आधार पर जिले में 30 गांव चुने गए,जिनमें पहले कभी दलित दूल्हे घोड़ी पर नहीं बैठे. अभियान के तहत 24 जनवरी को ऑपेरशन समानता के तहत पहली बिदौंरी केशवरापाटन के चड़ी गांव से मेघवाल परिवार की बेटी की शादी से हुई,जहां बारात तालेड़ा के बक्शपुरा से आई और प्रशासनिक व पुलिस लवाजमे के बीच दूल्हे की घोड़ी में बिदौंरी निकाली गई. बूंदी पुलिस द्वारा शुरु किए गए नवाचार को सभी ने सराहा और इसको तत्कालीन डीजीपी द्वारा एक बैठक के दौरान पूरे प्रदेश में भी लागू किया गया. इस अभियान के लागू होने से अब तक किसी भी गांव में कोई विवाद नहीं हुआ. अब इस अभियान को बीजेपी सरकार ने अपने 100 दिवसीय कार्ययोजना में लागू कर इसकी शुरुआत की है.
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अब तक अभियान के तहत 220 बिंदोरी निकाली: जिले में लगातार हो रही दलित दुल्हन को घोड़ी से उतरने की घटनाओं को रोकने के लिए बूंदी पुलिस द्वारा जनवरी 2022 में शुरू किए गए नवाचार ऑपरेशन समानता के तहत अब तक 220 दलित दूल्हों की बिंदौरी निकाली जा चुकी है. शुरुआत में पुलिस प्रोटेक्शन में गांवों में बिंदौरी निकाली गई. जैसे-जैसे जागरुकता आती गई लोग निडरता के साथ स्वयं बिना पुलिस सुरक्षा के गांवों में अब बिंदौरी निकाल रहे हैं.
चलेगा ऑपरेशन समानता अभियान:अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, सिविल राईट्स एवं एएचटी के उप महानिरीक्षक की ओर से प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को वर्ष 2024 का वार्षिक कैलेंडर भेजा गया है, जिसमें पुलिस मुख्यालय की ओर से जनवरी माह से दिसंबर तक अभियान चलाया जाएगा. मुख्यालय द्वारा 14 अभियान तय किए गए है, जिसमें बूंदी पुलिस द्वारा नवाचार कर चलाए गए ऑपरेशन समानता अभियान भी शामिल है.