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बूंदी उत्सव के समापन पर मोहित के सुरों से सजेगी शाम की महफिल

देश के प्रसिद्ध गायक मोहित चौहान ने 15 दिन चलने वाले बूंदी उत्सव में शिरकत की है. इस खास मौके पर वह अपने सुरों से सभी का मनोरंजन करेंगे. पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. वहां मोहित ने पर्यटन स्थलों पर भ्रमण किया और अपना अनुभव भी साझा किया.

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बूंदी उत्सव के समापन पर मोहित के सुरों से सजेगी शाम की महफिल

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Published : Nov 30, 2019, 9:42 PM IST

बूंदी.प्रसिद्ध गायक मोहित चौहान आज बूंदी पहुंचे हैं. 15 दिन चलने वाले बूंदी उत्सव के हैंड क्राफ्ट मेले का आज समापन है. इस खास मौके पर मोहित का वहां एक कॉन्सर्ट है. जहां पर वह अपने सुरों से सबका मनोरंजन करेंगे. यही नहीं पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे और मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे.

बूंदी उत्सव के समापन पर मोहित के सुरों से सजेगी शाम की महफिल

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15 दिवसीय इस बूंदी उत्सव के तहत लगे मेले का समापन आज विधिवत तरीके से किया जाएगा और हजारों की संख्या में लोग व पर्यटक वहां मौजूद रहेंगे और बेहतरीन भव्य समापन के गवाह बनेंगे. बूंदी पहुंचने के दौरान गायक मोहित चौहान बूंदी की विरासत को देखने के लिए वहां के पर्यटन स्थलों पर भ्रमण करने पहुंचे.

यहां पर वह सबसे पहले सुख महल गए. जहां उन्होंने सुख महल पर स्थित कलाकृतियों और राजाओं के जमाने की शिकार के हथियारों सहित विभिन्न प्रकार की विरासत और धरोहरों को देखा और अपने कैमरे उसको कैद भी किया.

साथ ही उन्होंने आम जनता के साथ भी फोटो खिंचवाई. इसके बाद वह अपने परिवार के साथ बूंदी के रानीजी की बावड़ी पहुंचे, जहां उन्होंने बावड़ी की कलाकृति को देखा, इस दौरान बूंदी से जुड़े लोगों ने उन्हें रानीजी की बावड़ी का इतिहास बताया. जिसे देख मोहित भी काफी उत्साहित हुए. उन्होंने कहा कि सच में राजस्थान में पग पग वर विरासत सजती है.

इसके बाद वह बूंदी के तारागढ़ किले पर पहुंचे. जहां उन्होंने पूरे तारागढ़ परिसर का भ्रमण किया और देश की प्रसिद्ध चित्र शैली 'बूंदी चित्र शैली' का अवलोकन भी किया. साथ ही उन्होंने बूंदी चित्र शैली को बारीकी से देखा तथा अपने कैमरे में उन बारीकियों को कैद किया. मोहित ने चित्र शैली में राजाओं और सेनाओं की जोड़ी और युद्ध के लिए जाते घोड़े तथा रानियों का चित्रण देखा. उन्होंने बूंदी चित्र शैली को काफी पसन्द किया.

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