बूंदी.जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. यहां आखिर मानवता की जीत हुई और बूंदी के जलोदा गांव में पिछले 44 दिनों से अपनी मां के लिए तड़प रही 2 साल 4 माह की लक्ष्मी के माता-पिता शनिवार शाम को महाराष्ट्र से बूंदी पहुंच गए. 44 दिन से महाराष्ट्र में फंसे बच्चों के माता-पिता जब स्क्रीनिंग के लिए बूंदी चिकित्सालय पहुंचे, तो उनकी आंखों से आंसू बह निकले. उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि वह बूंदी पहुंच चुके हैं.
दरअसल, बीते दिनों इस परिवार से दादा कुंजबिहारी दोनों पोता-पोत्री को लेकर पहुंचे थे और कलेक्ट्रेट मानवीय आधार पर इनकी वापसी मांग उठायी थी. साथ ही मामले में राजस्थान सरकार और महाराष्ट्र सरकार से भी सहायता मांगी थी. जिस पर ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से उठाया. इसके बाद जिला कलेक्टर ने आश्वाशन दिया था. जल्द दोनों बच्चो के माता -पिता को बूंदी बुलाया जायेगा.
4 दिन के लिए गए थे महाराष्ट्र
बच्चों के पिता विनोद ने बताया कि 18 मार्च को अपने परिवार में लकवा होने की वजह से 4 दिन के लिए अपने दो बच्चों को छोड़कर और एक बच्ची को साथ लेकर गोंदिया महाराष्ट्र गये थे. लॉकडाउन होने से वहीं पर फंस गये और ढाई साल की बच्ची लक्ष्मी वह 5 साल का देव यहां अपने माता-पिता के लिए बिलखने लगे.