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खबर का असर: 44 दिन बाद अपने मासूम बच्चों से मिला यह दंपति, प्रशासन का जताया आभार

बूंदी में ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. 44 दिन से महाराष्ट में फंसा एक दंपति अपने मासूम बच्चों से मिल पाया. ईटीवी भारत ने बच्चों के मां-बाप से बिछुड़ने की खबर प्रमुखता से दिखाई थी.

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बूंदी में हुआ ईटीवी भारत की खबर का असर

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Published : May 3, 2020, 8:56 PM IST

बूंदी.जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. यहां आखिर मानवता की जीत हुई और बूंदी के जलोदा गांव में पिछले 44 दिनों से अपनी मां के लिए तड़प रही 2 साल 4 माह की लक्ष्मी के माता-पिता शनिवार शाम को महाराष्ट्र से बूंदी पहुंच गए. 44 दिन से महाराष्ट्र में फंसे बच्चों के माता-पिता जब स्क्रीनिंग के लिए बूंदी चिकित्सालय पहुंचे, तो उनकी आंखों से आंसू बह निकले. उन्हें विश्वास नहीं हो रहा था कि वह बूंदी पहुंच चुके हैं.

बूंदी में हुआ ईटीवी भारत की खबर का असर

दरअसल, बीते दिनों इस परिवार से दादा कुंजबिहारी दोनों पोता-पोत्री को लेकर पहुंचे थे और कलेक्ट्रेट मानवीय आधार पर इनकी वापसी मांग उठायी थी. साथ ही मामले में राजस्थान सरकार और महाराष्ट्र सरकार से भी सहायता मांगी थी. जिस पर ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से उठाया. इसके बाद जिला कलेक्टर ने आश्वाशन दिया था. जल्द दोनों बच्चो के माता -पिता को बूंदी बुलाया जायेगा.

4 दिन के लिए गए थे महाराष्ट्र

बच्चों के पिता विनोद ने बताया कि 18 मार्च को अपने परिवार में लकवा होने की वजह से 4 दिन के लिए अपने दो बच्चों को छोड़कर और एक बच्ची को साथ लेकर गोंदिया महाराष्ट्र गये थे. लॉकडाउन होने से वहीं पर फंस गये और ढाई साल की बच्ची लक्ष्मी वह 5 साल का देव यहां अपने माता-पिता के लिए बिलखने लगे.

देव और लक्ष्मी

बच्ची को बोतल से पिला रहे थे दूध

बच्चों की चिंता में हम भी वहां लगातार रो-रो कर ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे. ऐसे में दोनों छोटे बच्चे अपने दादाजी के पास ही हैं. बेटा देव और बेटी लक्ष्मी को यह नहीं पता था कि कुछ दिनों की बात कह कर गए माता-पिता, 44 दिनों तक उनके पास नहीं आए. जैसे-तैसे करके दोनों को दादा बोतल से दूध पिलाते रहे और उन्हें रोज भरोसा दिलाते रहे कि उनके माता-पिता उनके पास जल्द पहुंच जाएंगे और उनके दादा द्वारा कही बात आज पूरी हो रही है.

बिना मां के नहीं रह पाए बच्चे

बच्चों के दाद कुंज बिहारी शर्मा ने बच्चों को रखने के लाख जतन किए. लेकिन बच्चे बिना मां-बाप के नहीं रह पाये और उनकी तबीयत बिगड़ती चली गई. चिकित्सकों को दिखाया तो उन्होंने भी जवाब दे दिया कि इतने छोटे बच्चे बिना मां के नहीं रह सकते हैं.

आखिरकार परेशान होकर बच्चों के दादा कुंजबिहारी शर्मा ने बीते दिनों जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष चर्मेश शर्मा से इस विषय में सहायता मांगी. माता-पिता ने भी प्रशासन को धन्यवाद कहा है. दंपति की बूंदी प्रशासन द्वारा जिला अस्पताल में स्क्रीनिग करवाई गई है और दोनों को 14 दिनों तक होम आइसोलेट करने को कहा गया है.

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