बूंदी.राज्य सरकार के स्वायत्त शासन विभाग जयपुर ने बूंदी नगर परिषद सभापति महावीर मोदी को कार्यकाल समाप्त होने के चार दिन पहले निलंबित कर दिया है. निर्देशक और विशिष्ट सचिव दीपक नंदी के जारी आदेशों के अनुसार सभापति महावीर मोदी को विचाराधीन न्यायिक जांच के चलते निलंबित किया गया है. सभापति मोदी पर नगर परिषद बूंदी के विरुद्ध पद का दुरुपयोग करने की शिकायत के संबंध में जिला कलेक्टर बूंदी द्वारा जांच करवाकर विभाग को जांच रिपोर्ट प्रेषित की गई थी. जांच रिपोर्ट में अनियमितताएं होना पाया गया था. इसी पर सभापति महावीर मोदी को राजस्थान नगर पालिका अधिनियम- 2009 की धारा 39/3 के अंतर्गत न्यायिक जांच कराए जाने का निर्णय लिया गया है.
इस मामले में सभापति मामले में महावीर मोदी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा है कि मेरा कार्यकाल बूंदी शहर की जनता के लिए विकास भरा रहा है. शहर में सड़कों से लेकर विद्युतीकरण व्यवस्था को दुरुस्त कराने में मैंने कोई कसर नहीं छोड़ी और लास्ट कार्यकाल के चार दिनों में मुझे जो निलंबित किया गया है, वह द्वेष पूर्वक तरीके से किया गया है. मेरी बढ़ती लोकप्रियता के चलते मुझ पर लास्ट दिनों में काला टीका लगाने का काम किया गया है, जो सही नहीं किया गया. राजस्थान सरकार को इस मामले में देखना चाहिए था और कुछ राजनीतिक तत्वों ने मेरी छवि खराब करने की कोशिश की है. लेकिन मैं बता देना चाहता हूं कि जिस न्यायिक जांच के लिए बात कर रहे हैं, वह डेढ़ साल पुरानी है. उस मामले में पहले भी कई तारीखों पर मैं जा चुका हूं और कई जवाब भी दे चुका हूं.
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