केशवरायपाटन (बूंदी). कापरेन नगर पालिका के बालापुरा गांव में नहर में ट्रैक्टर गिरने से दो सफाई कर्मचारियों की मौत का मामला सामने आया है. हादसे की सूचना पर कापरेन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय कापरेन लेकर आई. जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही थी.
जानकारी के मुताबिक मृतक ओम प्रकाश सोलंकी और मनोज वाल्मीकि बताए जा रहे हैं. दोनों कर्मियों की मौत से पालिका क्षेत्र में शोक छा गया. दोनों के शव अस्पताल पहुंचने पर काफी संख्या में स्थानीय जन प्रतिनिधि व सफाई कर्मचारी पहुंच गए.
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दोनों मृतक आर्थिक रूप से काफी कमजोर बताए जा रहे हैं, जिनमें एक ओम प्रकाश सोलंकी की आयु 30 वर्ष जिसका डेढ़ वर्षीय पुत्र है तो दूसरा मनोज वाल्मीकि की आयु 35 वर्ष है, जिसकी तीन बेटियां और एक बेटा है.
हादसे के बाद बड़ी संख्या में परिजन व जनप्रतिनिधि अस्पताल में पहुंचे और प्रशासन से 50 लाख रुपये मुआवजा व दोनों मृतकों की पत्नियों को सरकारी नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे. जब प्रशासन ने मांगें नहीं मानी तो अस्पताल गेट के पास मुख्य सड़क पर जाम लगा दिया.
नहर में पलटा पालिका का ट्रैक्टर... सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक नीतिराज सिंह और उपखंड अधिकारी बलबीर सिंह एवं तहसीलदार राधेश्याम पांडे परिजनों से समझाइश करते रहे. फिलहाल, परिजन अपनी मांगों पर अडिग हैं और शव उठाने से इनकार कर रहे हैं.
क्या था मामला...
बूंदी जिले के कापरेन इलाके में एक ट्रैक्टर नहर में गिर गया, जिसमें ट्रैक्टर सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है. दोनों नगर पालिका कापरेन के ठेका कर्मी थे जो कि पाइप लेने के लिए नगर पालिका क्षेत्र के ही बालापुरा गए थे. घटना के बाद से ही मृतकों के परिजनों और अन्य ठेका कर्मी आक्रोशित हो गए हैं और वह अस्पताल के बाहर विरोध जता रहे हैं. जिनको समझाइश करने के लिए पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. हालांकि, अभी भी समझाइश का क्रम जारी है.
जानकारी के अनुसार ठेका कर्मी ओम सोलंकी और मनोज वाल्मीकि बालापुरा गांव गए थे. लौटते समय नगरपालिका का ट्रैक्टर सड़क खराब होने के चलते अनियंत्रित हो गया और नहर में गिर गया. इस हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर को भी बाहर निकाला गया. साथ ही दोनों के शव भी निकाले गए, जिनको की केशोरायपाटन चिकित्सालय लेकर गए. इसकी सूचना आग की तरह फैल गई.
बड़ी संख्या में ठेका कर्मी अस्पताल के बाहर एकत्रित हो गए, साथ ही मृतकों के परिजन भी आ गए और मुआवजे की मांग उन्होंने शुरू कर दी. आक्रोशित लोगों ने मृतकों के लिए 50 लाख रुपये प्रति व्यक्ति और एक परिजन की सरकारी नौकरी की मांग की. इसके साथ ही दोनों राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस के लोग भी पहुंच गए और आपस में एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस उप अधीक्षक नीतिराज सिंह और एसडीएम बलवीर सिंह मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास करने लगे.
क्या है स्थिति...
इस दौरान हंगामे के बीच दो घंटे के बाद कोटा-दौसा मेगा हाईवे अब बहाल हो चुका है. वहीं, मौके पर पालिका द्वारा निदेशक व विशिष्ठ सचिव महोदय निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग कोटा को पत्र भेजा गया. पत्र के मार्फत मृतक के आश्रितों को मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग रखी गई. जबकि कड़ी मशक्कत के बाद सहमति बनने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है.