बूंदी. केशवरायपाटन थाना क्षेत्र के देहित गांव में 23 अक्टूबर को अधेड़ युवक का शव संदिग्ध हालत में देहित के समीप अण्डर पास के नाले में पड़ा हुआ मिला था. घटनास्थल पर खून ही खून के निशान थे. मौके पर पहुंची केशवराय पाटन पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की. साथ ही पुलिस ने शव को राजकीय सामुदायिक चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया. जहां शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया.
जानकारी के मुताबिक मृतक की शिनाख्त बाजड निवासी रामलाल मीणा आयु 50 वर्ष के रूप में हुई. मृतक करीब 25 वर्षो से जेल में बन्द था. दो चार दिन पहले ही सजा काटकर लौटा था. मृतक की पत्नी का पूर्व में ही देहांत हो चुका है. वहीं, मृतक के दो पुत्र बताये जा रहे है. जो अपने ननिहाल देहित में ही रहते थे.
पुलिस ने 3 हत्यारों को किया गिरफ्तार इस मामले में केशवरायपाटन पुलिस ने सफलता हासिल करते हुए शनिवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. जानकारी के अनुसार मृतक किसी महिला के मर्डर केस मे बीस साल से जेल में बन्द था. जो चार पांच दिन पहले ही रिहा होकर आया था और 23 अक्टूबर को रेल्वे अण्डरपास के नीचे उसका शव मिला था. शनिवार को हत्या के आरोपी राकेश मीणा, पप्पू गुर्जर व सत्यनारायण गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया.
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वहीं, अनुसंधान में यह बात सामने आई कि मृत 18 अक्टूबर को स्थाई पैरोल पर रिहा होकर 22 अक्टूबर को अपने गांव बाजड आया था. उसी दिन रात को उसकी हत्या हो गयी थी. अनुसंधान में यह भी बात सामने आई है कि बाजड़ गांव मे रात में कबड्डी मैच चल रहे थे. रामलाल भी वहां मैच देख रहा था. इसी दौरान किसी गांव वाले ने मृतक धनकंवर के बेटे राकेश को यह बात बता दी कि तेरी मां का मर्डर करने वाला रामलाल जेल सें छूटकर वापस गांव आ गया है.
इस दौरान राकेश ने वहीं रामलाल की पहचान की और रात बारह बजें के आस-पास अपने साथी सत्यनारायण गुर्जर, पप्पू गुर्जर, कमलाशंकर मीणा, देशराज मीणा और वीरु उर्फ महावीर मीणा को बुलाकर रामलाल के साथ मारपीट की योजना बनाई और मैच समाप्त होने के बाद सब अपने घरो को चले गये. इन्होंने बाजड़ तेजाजी के चबूतरे पर सो रहें रामलाल को उठा कर अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाया और गांव के समीप रेलवे अण्डरपास के नीचें ले गये. लोहे की रॉड और सरिए से रामलाल के साथ मारपीट कर दी. जिससे रामलाल के हाथ और पैर कई जगह से टुट गये और काफी खुन बह गया.
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बता दें कि यह लोग तो मारपीट करने के बाद अपनी मोटरसाइकिलों से घर आकर सो गये और रामलाल की मारपीट की वजह से मृत्यु हो गयी. मुलजिम राकेश ने अपनी मां के मर्डर का बदला लेने के लिए रामलाल कि हत्या अपनें साथियों के साथ मिलकर की. पुलिस मुल्जिमानों को न्यायालय में पेश कर रिमांड प्राप्त कर घटना में प्रयुक्त हथियार व वाहन बरामद करेगी.
बता दें कि कोर्ट ने महिला की हत्या मामले में केस को विचाराधीन कर रखा और मृतक पिछले 25 सालों से अजमेर जेल में था और सजा काट रहा था. कुछ दिन पूर्व उसकी पेरोल हुई तो वह बूंदी पुलिस के साथ आया और पुलिस उसको घर छोड़ आई. यहां अपनी मां का बदला लेने के लिए बैठे ने मां के कातिल को खुद सजा दे दी. इस मामले में तीन अन्य और आरोपी फरार हैं. जिसकी तलाश में केशवरायपाटन पुलिस है.