बीकानेर.गणपति को यूं ही प्रथम पूज्य नहीं कहते. मान्यता है कि इनके नाम या फिर इनकी आराधना से प्रारंभ किया गया काम सुफल देता है. चूंकि बुधवार भगवान गणेश का दिन माना जाता है इसलिए कहते हैं इस दिन किसी भी नए काम की शुरुआत की जा सकती है. जन्मकुंडली में नौ ग्रहों में से एक बुध ग्रह का भी काफी महत्व है (Budhwar Ganesha Pujan). कहा जाता है कि व्यापार की शुरुआत के लिए बुधवार का दिन सर्वोत्तम होता है.
नई शुरुआत लाभप्रद-भगवान गणेश को रिद्धि सिद्धि के दाता कहा जाता है. किसी भी शुभ कार्य में सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. बुधवार भगवान गणेश का दिन माना जाता है. इस दिन व्रत और पूजा अर्चना करने से सुख-समृद्धि और यश की प्राप्ति होती है. इस दिन कुछ खास पूजन सामग्री से गणपति की पूजा करनी चाहिए. इससे घर में लाभ होता है. बुधवार के दिन नई शुरुआत को महत्व दिया जाता है और ऐसा माना जाता है कि इस दिन की शुरुआत शुभ फल देती है.
व्रत की विधि-ग्रह शांति और सभी सुखों की इच्छा रखने वाले व्यक्ति को बुधवार का व्रत करना चाहिए. सुबह नित्यकर्म से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लें और भगवान गणेश की पूजा करें. भगवान गणेश को दूर्वा प्रिय होती है. इसलिए पूजा कर दूर्वा चढ़ाएं और मोदक का भोग लगाकर कथा सुने. आरती के बाद प्रसाद का वितरण करें. किसी भी व्रत की शुरुआत शुक्ल पक्ष में ही करनी चाहिए और 21 बुधवार तक व्रत रखना चाहिए. इससे बुध ग्रह की शांति और धन, विद्या व व्यापार में वृद्धि होती है.