बीकानेर. विश्व मरुस्थलीकरण और सूखारोधी दिवस 17 जून को मनाया जाता है. इस मौके पर हर दो साल बाद संयुक्त राष्ट्र संघ के भूमि संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली सबसे बड़ी संस्था यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन टू कॉम्बेट डेजर्ट फिकेशन (United Nations convention to combat desertification) द्वारा अंतराष्ट्रीय पुरस्कार लैंड फॉर लाइफ अवार्ड (Land for Life Award) दिया जाता है.
दुनियाभर के 12 फाइनलिस्ट की घोषणा हो गई है. जिसमें बीकानेर के श्यामसुंदर ज्याणी का भी नाम शामिल है. हर 2 साल में दिए जाने वाले इस पुरस्कार के लिए जारी की गई सूची ने पूरे देश से ही दो लोगों को शामिल किया.
ईशा फाउंडेशन (Isha Foundation) के सद्गुरु जग्गी वासुदेव (Sadhguru Jaggi Vasudev) और बीकानेर के डूंगर कॉलेज (Government Dungar Collage) के समाजशास्त्र के प्रोफेसर श्यामसुंदर ज्याणी का चयन किया गया है. इसके अलावा बाकी 10 लोगों में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, चिली, मोजांबिक, त्रिनिदाद टोबैगो, नाइजीरिया और जिम्बाब्वे के लोगों और संस्थाओं को फाइनेंस की सूची में शामिल किया गया है.
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