बीकानेर. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को बने साढ़े 4 साल का समय हो गया है और तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले पर सरकार कोई निर्णय नहीं कर पाई है. अब चुनावी साल में सरकार तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों को लेकर निर्णय करने जा रही है और इस महीने शिक्षकों के तबादलों को लेकर बड़ी खबर सामने आ सकती है.
शिक्षा मंत्री नहीं मुख्यमंत्री ही करेंगे तबादले - शिक्षा विभाग के अधिकारियों और खुद शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला भी इस बात को मानते हैं कि सरकार तबादला पॉलिसी बनाने जा रही है. यह तबादला पॉलिसी अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की स्वीकृति के बाद ही जारी होगी और उसके बाद ही तबादले होंगे. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि अब तक जहां विभाग के मंत्री ही अपने विभाग के तबादलों को किया करते थे, तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों में मुख्यमंत्री के स्तर पर दखल क्यों हो रहा है.
डोटासरा के समय लिए थे आवेदन - करीब 2 साल पहले तत्कालीन शिक्षा मंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा के समय भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों से आवेदन लिए गए थे. उस समय करीब 84,000 शिक्षकों ने आवेदन किया था, लेकिन आज तक उस पर कुछ भी नहीं हुआ. इसके विपरीत शिक्षा मंत्री के पद से हटने के बाद खुद डोटासरा ने भी तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों की मांग को जायज बताया था.