बीकानेर. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कालासर में शिक्षकों के रिक्त पद भरने की मांग को लेकर शुक्रवार को विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने कालासर सरपंच पूनम देवी के नेतृत्व में अन्य ग्रामीण महिला-पुरुषों के साथ बीकानेर जिला कलेक्ट्रेट की तरफ पैदल ही कूच कर दिया. सरपंच पूनम देवी गोदारा ने कहा कि एक तरफ सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का प्रचार प्रसार कर रही है तो दूसरी तरफ बच्चों की पढ़ाई को लेकर लापरवाही बरती जा रही है. विद्यालय में शिक्षक तक नहीं हैं.
स्कूल में शिक्षकों की कमी का ध्यान दिलाने के लिए विद्यार्थी और ग्रामीण पैदल ही बीकानेर कलेक्ट्रेट जाने के लिए 65 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए चल दिए हैं. कई दिनों से स्कूल में शिक्षकों की कमी है और इसको लेकर चेतावनी स्वरूप छात्र-छात्राओं ने विद्यालय के ताला लगा दिया विद्यालय के शिक्षकों को अंदर नहीं जाने दिया. तालाबंदी के बाद भी सुनवाई नहीं होने पर शुक्रवार को छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ बीकानेर जिला कलेक्ट्रेट पर धरना देने के लिए पैदल ही कूच कर गईं.
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पद रिक्त और कोर्स अधूरा
ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय में कार्यरत कुछ शिक्षकों को वेतन व्यवस्था के तहत दूसरे विद्यालयों में एवं बीकानेर शहर में लगा रखा है. इनका वेतन कालासर विद्यालय से ही बन रहा है. विद्यार्थियों का कोर्स अभी तक पूरा नहीं हुआ है जबकि परीक्षाएं अगले महीने से शुरू होने वाली हैं. इसलिए विद्यालय में पढ़ने वाले 473 छात्र छात्राओं के भविष्य को देखते हुए इस प्रकार का निर्णय लिया गया है. इस संबंध में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रीति बिनावरा ने बताया कि विद्यालय में वरिष्ठ अध्यापक विज्ञान,गणित, सामाजिक विज्ञान,अंग्रेजी के विषय अध्यापक का पद रिक्त है. इसके अलावा एक व्याख्याता को दो दिन पहले एपीओ किया गया है.
वार्ता नहीं हल
शाम को कालासर में तहसीलदार राजकुमारी पहुंची और विद्यालय में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर ग्रामीणों के साथ वार्ता की. शाम तक विद्यालय के छात्र-छात्राएं बीकानेर की ओर कूच करते-करते लाखूसर ग्राम पंचायत भवन तक पहुंच गए. करीब 15 किलोमीटर तक पैदल चलकर पहुंचे विद्यार्थियों की मौजूदगी में सरपंच और ग्रामीणों के साथ तहसीलदार ने दूसरी बार वार्ता का प्रयास किया लेकिन विद्यार्थियों ने दो टूक जवाब देते हुए साफ कर दिया कि जब तक शिक्षकों की कमी दूर नहीं होगी उनका कूच जारी रहेगा और रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को फिर से बीकानेर के लिए पैदल कूच करेंगे.