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शनि की वक्रदृष्टि से बचने के लिए करें ये खास उपाय! - Shanivar Mantra

शनिदेव सूर्यदेव के पुत्र हैं और इनकी माता का नाम छाया है (Saturday Tips). शनि को न्याय का देवता भी कहते हैं. कहा ये भी जाता है कि अगर ये वक्री हों तो बना बनाया खेल भी बिगाड़ देते हैं. कैसे बचें शनि की वक्रदृष्टि से, क्या हैं वो उपाय जिससे जीवन संतुलित हो और परेशानियों से छुटकारा भी मिले. आइए जानते हैं.

Saturday Tips
शनि की वक्रदृष्टि

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Published : Dec 17, 2022, 6:54 AM IST

बीकानेर. सनातन धर्मानुसार शनि देव कर्मों के हिसाब से फल देते हैं (Saturday Tips). शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित होता है. इस दिन शनि देव की विधि-विधान से पूजा करने से विशेष कृपा प्राप्त होती है. शनि के वक्री होने से कई मुसीबतों का सामना करना पड़ता है. वक्री यानी उल्टी दिशा में गति करने लगते हैं. खासकर जब शनि वर्की होते हैं तो तय माना जाता है कि जातक पर प्रतिकूल असर पड़ेगा उसे बने बनाए काम बिगड़ जाएंगे. जीती हुई बाजी हार में बदल जाएगी. इससे बचने के लिए ही कुछ उपाय हैं.

मंत्रों का करें जाप-शनि देव की कृपा बनी रहे इसलिए इनके मंत्र का जाप करना चाहिए. इसके साथ ही द्वादश ज्योर्तिलिंग के नामों का भी उच्चारण करना चाहिए. इसके अलावा हनुमान जी की पूजा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. शनिमंत्र का शनिवार को जाप करें.

शनिमंत्र
ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ||

द्वादश ज्योर्तिलिंग नाम
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालं ओम्कारम् अमलेश्वरम्॥
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे।
हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति

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इनसे रखें अच्छा बर्ताव!-दृष्टिहीन, निशक्तजन, सेवकों और सफाइकर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें और उन्हें किसी भी प्रकार का दान दें. यदि संभव हो सके तो जूता दान करें. साथ ही शनिवार को एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल और सिक्का (रुपया-पैसा) डालकर उसमें अपनी परछाई देखें और तेल मांगने वाले को दे दें या किसी शनि मंदिर में शनिवार के दिन कटोरी सहित तेल रखकर आ जाएं.

यह उपाय आप कम से कम पांच शनिवार करेंगे तो आपकी शनि की पीड़ा शांत हो जाएगी और शनिदेव की कृपा मिलती है. शनिदेव की पूजा करते समय उनकी प्रतिमा के सामने खड़े होकर पूजा नहीं करनी चाहिए. इसके अलावा पूजा के समय शनिदेव की आंखों में नहीं देखना चाहिए.

भूलकर भी नहीं करें ये काम-शनिवार को शराब पीना सबसे घातक माना गया है. इस दिन पूर्व, उत्तर और ईशान दिशा में यात्रा करना मना है. लड़की को शनिवार के दिन ससुराल नहीं भेजना चाहिए. शनिवार के दिन तेल, लकड़ी, कोयला, नमक, लोहा या लोहे की वस्तु क्रय करके नहीं लानी चाहिए वर्ना बिना बात की बाधा उत्पन्न होगी और अचानक कष्ट झेलना पड़ेगा.

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