बीकानेर.शिक्षा मंत्री डॉ. बी डी कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार के चेस इन स्कूल कार्यक्रम के तहत 57 हजार सरकारी स्कूलों के लाखों बच्चों ने एक साथ चेस खेलकर कीर्तिमान स्थापित किया है. इस अभियान में निजी स्कूलों का जुड़ना भी सराहनीय है. उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास में शतरंज जैसे खेल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं. प्रत्येक विद्यालय को इसे प्रोत्साहित करना चाहिए. कल्ला ने शनिवार को बीकानेर में श्री जैन पब्लिक स्कूल में चेस इन स्कूल कार्यक्रम के शुभारंभ (Kalla inaugurated Chase In School) के दौरान यह बात कही. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की पहल पर प्रत्येक महीने के तीसरे शनिवार को सरकारी स्कूलों में बच्चे शतरंज खेलते हैं. बच्चों में इसके प्रति अपार उत्साह देखने को मिला है.
शिक्षा मंत्री कल्ला ने चले शतरंज के मोहरे, राजस्थान बोर्ड ने चेस इन स्कूल में बनाया रिकॉर्ड - No Bag Day school Campaign
प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि सरकार की ओर से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेलकूद और मानसिक विकास पर ध्यान रखा जा रहा है और हर तीसरे शनिवार को नो बैग डे स्कूल अभियान (No Bag Day school Campaign) चलाया जा रहा है. इसके तहत ही चेस इन स्कूल कार्यक्रम शुरू किया गया है. चेस इन स्कूल में लाखों बच्चे शामिल हुए हैं.
बनाए कीर्तिमान -कल्लाने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा 12 अगस्त को देशभक्ति गीतों के गायन तथा 2 अक्टूबर को सर्वधर्म प्रार्थना सभा के माध्यम से भी रिकॉर्ड स्थापित किया. कोविड काल के दौरान पढ़ाई से वंचित रहने वाले बच्चों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पहल पर ब्रिज कोर्स लागू किया गया. उन्होंने कहा कि पाली के रोहट में आयोजित हो रही भारत स्काउट गाइड की राष्ट्रीय जंबूरी ने भी वृहद आयोजन का कीर्तिमान बनाया है. शिक्षा मंत्री ने बच्चों को मोबाइल और टीवी आदि से दूर रखने तथा इन्हें सुपाच्य भोजन करवाने का आह्वान किया. बच्चों से अपनी क्षमता का उपयोग सकारात्मक विकास के लिए करने की अपील की. उन्होंने कहा कि विज्ञान ने मानव की राह आसान की है, लेकिन इसका दुरुपयोग करने पर अनेक दुष्प्रभाव भी सामने आते हैं.
बच्चे के साथ चले शतरंज के मोहरे -कल्ला ने चेस इन स्कूल का शुभारंभ किया. उन्होंने नौवीं कक्षा के विद्यार्थी गजेंद्र के साथ लगभग 25 मिनट तक चेस खेली (Education Minister Kalla play chess) और विद्यार्थियों के खेल कौशल की सराहना की. कार्यक्रम के दौरान भामाशाहों और दानदाताओं का सम्मान भी किया गया. इस दौरान स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय कोचर, प्राचार्य रूपश्री सिपाणी, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. धनपत कोचर, निर्मल पारख, राकेश कोचर, विजय बांठिया, सुरेंद्र कोचर, सुमित कोचर सहित अनेक लोग मौजूद रहे.