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Corona effect: नवरात्र में विश्व प्रसिद्ध करणी माता मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश निषेध

13 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है. यह पर्व 21 अप्रैल को रामनवमी पर खत्म होंगे. 9 दिन मां भगवती के अलग-अलग नौ रूपों की पूजा होगी. लेकिन कोरोना वायरस के चलते बीकानेर के करणी माता मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश निषेध कर दिया गया है.

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मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश निषेध

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Published : Apr 12, 2021, 10:58 PM IST

बीकानेर.देशभर में लगातार कोरोना का प्रभाव जारी है. कोरोना के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए प्रशासन की तरफ से सख्ती बरती जा रही है. जिसके कारण मंदिरों में पर श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश निषेध कर दिया गया है. जिला प्रशासन और करणी माता मंदिर निजी प्रन्यास के बीच हुई बैठक में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के कारण 13 अप्रैल से शुरू हो रहे चैत्र नवरात्र में 21 अप्रैल तक मंदिर पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय किया गया है.

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चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा की तिथि से मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की आराधना होगी. चैत्र नवरात्र आरंभ हो रहे हैं. हिन्दू धर्म में नवरात्र का विशेष महत्व होता है और इस बार हिन्दू नववर्ष पर ही नवरात्रों का शुभारंभ हो रहा है. भक्त 9 दिनों तक व्रत रखकर माता की भक्ति में लीन रहेंगे. लेकिन इस बार भी देश प्रदेश के साथ ही बीकानेर में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच प्रसिद्ध देशनोक इस्थित करणी माता मंदिर में भी नवरात्र के मौके पर श्रद्धालुओं के लिए प्रवेश निषेध कर दिया गया है.

इस पर मंदिर प्रन्यास से जुड़े ट्रस्टी ने बताया कि दर्शनार्थियों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही मंदिर के अंदर पूरी तरह से विधि विधान के साथ पाठ पूजा और हर रोज आरती नियमित होंगे लेकिन श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं होगा. गौरतलब है कि देशनोक स्थित करणी माता मंदिर में नवरात्र के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं और कोरोना महामारी को देखते हुए भीड़ से बचने के लिए मंदिर प्रन्यास ने यह निर्णय किया है.

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