बीकानेर. राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं तो अगले साल लोकसभा चुनाव होंगे. इसको ध्यान में रखते हुए कांग्रेस के नेता अभी से ही पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं. वहीं, पार्टी अब सियासी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने को सहानुमूति कार्ड के तौर पर इस्तेमाल कर रही है. जिसकी ताजा बानगी शुक्रवार को बीकानेर में देखने को मिली. यहां प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी पहुंचे थे, जहां वो पत्रकारों से रूबरू हुए. इस दौरान मंत्री ने कहा कि अडानी मामले को लेकर हम लगातार आवाज उठा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह से हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई, उसके बाद एसबीआई और एलआईसी में भारतीय जनता के निवेश किए करोड़ों रुपए को लेकर चिंता बढ़ गई है. हालांकि, इस मुद्दे पर विपक्ष की ओर से लगातार सवाल किए जा रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार से जेपीसी की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार तानाशाही पर उतर आई है. उन्होंने कहा कि अब जिस तरह से पुराने मामले में राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द किया गया है, उससे साफ हो गया है कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है.