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मेरा शरीर मेरा अधिकार विषय पर कार्यशाला, सुरक्षित बचपन के लिए बच्चों को समझाएं अच्छे और बुरे स्पर्श का अंतर - गुड टच बैड टच का अंतर

बीकानेर के रवीन्द्र रंगमंच पर शुक्रवार को 'मेरा शरीर मेरा अधिकार' कार्यशाला का आयोजन किया (My body My right workshop in Bikaner) गया. इसमें पंचायती राज सचिव नवीन जैन ने कहा कि बच्चों को गुड टच-बैड टच का अंतर समझाना जरूरी है. जैन ने कहा कि छेड़छाड़ की 50 प्रतिशत घटनाएं नजदीकी सम्बंधों में होती है. लड़कियों के साथ लड़कों को भी गुड टच-बैड टच का अंतर बताने की जरूरत है.

My body My right workshop in Bikaner
मेरा शरीर मेरा अधिकार विषय पर कार्यशाला, सुरक्षित बचपन के लिए बच्चों को समझाएं अच्छे और बुरे स्पर्श का अंतर

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Published : Dec 16, 2022, 7:59 PM IST

बीकानेर.बच्चों को अच्छे और बुरे स्पर्श का अंतर समझाना जरूरी है, जिससे वे जागरूक होकर अपने साथ होने वाले किसी भी दुर्व्यवहार को समझ सकें. यदि उनके साथ कोई ज्यादती होती है, तो वे इसके बारे में अपने अभिभावकों, शिक्षकों या संरक्षकों को सहज रूप से बता सकें. शुक्रवार को 'मेरा शरीर मेरा अधिकार' कार्यशाला को (My body My right workshop in Bikaner) सम्बोधित करते हुए पंचायती राज सचिव नवीन जैन ने रवीन्द्र रंगमंच पर यह बात कही.

50 प्रतिशत घटनाएं नजदीकी संबंधों में:जैन ने कहा कि छेड़छाड़ की 50 प्रतिशत घटनाएं नजदीकी सम्बंधों में होती है. लड़कियों के साथ-साथ लड़कों को भी गुड टच-बैड टच का अंतर बताने की जरूरत है. पंचायती राज सचिव ने कहा कि इस जागरूकता में शिक्षकों की अहम भूमिका है क्योंकि बच्चे अपने माता-पिता के बाद गुरूजनों के बहुत करीब होते हैं. इस प्रकार की कार्यशालाओं के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है कि बच्चों में जागरूकता इस स्तर तक पहुंचे कि वे अपनी बात बताने में संकोच या घबराहट महसूस ना करें.

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विद्यालय स्तर पर किए जाएं प्रयास: नवीन जैन ने कहा कि निजी और सरकारी विद्यालयों में शिक्षक गुड टच-बैड टच के अंतर को बहुत आसानी से बच्चों के कोमल मस्तिष्क को समझा कर उनके बचपन को सुरक्षित बनाने में मददगार बन सकते हैं. गुड टच व बैड टच को समझाने के लिए अपने स्कूल में जागरूकता गतिविधियां प्रारम्भ करें और मजबूत भावी पीढ़ी तैयार करने में अपना योगदान दें.

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मामले नहीं हो पाते रिपोर्ट:उन्होंने कहा कि पॉक्सो एक्ट के तकरीबन 72 प्रतिशत मामले रिपोर्ट नहीं हो पाते हैं. बालक-बालिकाओं के बाल अधिकारों की रक्षा एवं उनके सुरक्षित भविष्य की जिम्मेदारी सभी की है. उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों के बीच पहुंचकर पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी. इस अवसर पर उपस्थित ट्रेनर शिक्षकों को महावारी स्वच्छता विषय पर भी विस्तार से जानकारी दी गई.

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कलेक्टर आईजी रहे मौजूद: जिला स्तरीय कार्यशाला में जिला कलक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने पंचायती राज सचिव का स्वागत किया और कहा कि गुड टच-बैड टच की जानकारी हर बच्चे तक पहुंचाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा. कार्यक्रम में आईजी बीकानेर ओमप्रकाश, सीईओ जिला परिषद नित्या के, उपिनेदशक महिला अधिकारिता मेघा रतन, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता कविता स्वामी सहित अन्य अधिकारी व शिक्षक उपस्थित रहे.

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