बीकानेर. जिले में पिछले 2 सालों में घटते लिंगानुपात को सुधारने के लिए जिला प्रशासन की ओर से लगातार मातृ शक्ति अभियान (matra shakti abhiyan) चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत मंगलवार को बीकानेर के टाउन हॉल में जिला प्रशासन और महिला अधिकारिता विभाग की ओर से एक पौधा सुपोषित बेटी के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में पिछले माह से अब तक जन्मी लगभग 6700 बेटियों के परिजनों को सहजन फली का पौधा वितरित किया गया. मुख्य कार्यक्रम टाउन हॉल में हुआ. वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों उपखंड मुख्यालयों पर भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल जिला परिषद सीईओ के नित्या, डीएफओ रंगास्वामी, सहित महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी और नवजात बच्चियों की माताएं भी मौजूद रही.
जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद का बयान पढ़ें:Udaan Scheme in Rajasthan: तीन विभागों के भंवर में अटकी गहलोत सरकार की 'उड़ान', टारगेट धड़ाम... पहले फेज में एक चौथाई महिलाओं को भी नहीं मिला लाभ
महामहिम राष्ट्रपति को पसंद वहीं पौधा वितरित: दरअसल देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाली द्रौपदी मुर्मू आदिवासी अंचल से आती हैं और उड़ीसा में उनके घर के आंगन में सहजन फली के पेड़ हैं और वे भी सहजन की सब्जी पसंद करती हैं. यह एक संयोग ही रहा कि बीकानेर में आयोजित कार्यक्रम में भी सहजन फली का पौधा ही नवजात बच्चियों की माताओं को प्रशासन की ओर से बांटा गया.
कलेक्टर बोले संयोग: जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद ने कहा कि यह एक संयोग है कि महामहिम राष्ट्रपति सहजन पंसद है. उन्होंने कहा कि सहजन पौष्टिकता के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है और इसमें विटामिन, आयरन, कैल्शियम और शरीर को पौष्टिक करने वाले सभी गुण मौजूद हैं और इसकी सब्जी बहुत अच्छी बनती है. मैं खुद भी इसे बहुत खाता हूं. महानगरों में यह बहुत महंगी मिलती है. आज ऐसे में हमारा यह प्रयास था कि सुपोषित परिवार के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सहजन का पौधा वितरित किया जाए और इसी कड़ी में इस अभियान की शुरुआत की गई.