बीकानेर.शुक्रवार का दिन मां महालक्ष्मी की पूजा अर्चना के लिए है. शुक्र ग्रह का दोष होने से व्यक्ति को जीवन में आर्थिक सफलता में बाधाएं आती है. कई बार शुक्र ग्रह का दोष जीवन में आर्थिक स्थिति अच्छी होने के बाद भी व्यक्ति उसका उपभोग नहीं कर पाता है. मतलब साफ है कि उसको शुक्र ग्रह प्रताड़ित कर रहा है. सप्ताह का पांचवा दिन अर्थात शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह को समर्पित है. इसलिए शुक्रवार के दिन मां महालक्ष्मी की पूजा अर्चना की जाती है. मां महालक्ष्मी को धन, वैभव, ऐश्वर्य देने वाली देवी है इनकी प्रसन्नता से ही शुक्र ग्रह जीवन में शुभ फल देता है.
माता महालक्ष्मी की पूजा
शुक्रवार के दिन माता महालक्ष्मी की पूजा अराधना करनी चाहिए. मां महालक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में कभी कोई कमी नहीं रहती है. शुक्रवार के दिन मां महालक्ष्मी की पूजा करते समय महालक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए. साथ ही भगवान विष्णु की भी आराधना करनी चाहिए. माता महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए रोजाना मां के 108 नामों का जाप करना चाहिए. मां के 108 नामों का जाप करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.बीज मंत्र का जाप मां महालक्ष्मी का बीज मंत्र के जाप से सुख-समृद्धि आती है. ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:। ऊँ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा.