बीकानेर.जिले के खाजूवाला में दलित युवती की मौत के मामले में 3 दिन बाद भी गतिरोध बना हुआ है. पहले 36 घंटे बाद पुलिस और प्रशासन के साथ परिजनों और भाजपा नेताओं की कई दौर की वार्ता के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए तो वही अब 24 घंटे बाद भी परिजन शव लेने के लिए तैयार नहीं है. इस मामले में बुधवार देर रात परिजनों और पुलिस प्रशासन के बीच सहमति होने की बात आई थी जिसके बाद गुरुवार को मृतका का पोस्टमार्टम हो गया लेकिन पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया. परिजनों का कहना है कि हमने पोस्टमार्टम के लिए सहमति दी थी लेकिन पोस्टमार्टम के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है. इसलिए जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी तब तक वे युवती का शव नहीं लेंगे. गौर है कि इस मामले में दो कांस्टेबल के साथ ही एक अन्य आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर परिजन अड़े हुए हैं.
आरोपी फरार, कांस्टेबल पुलिस निगरानी में :वहीं इस मामले में आरोपी युवक अभी तक फरार है. वही दोनों कांस्टेबल पुलिस की निगरानी में है. इसी बीच खाजूवाला अस्पताल में युवती को लेकर जाने का एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. जिसमें आरोपी और कॉन्स्टेबल युवती को अस्पताल लेकर जा रहे हैं. इसी बीच गुरुवार देर रात को एक कांस्टेबल मनोज को पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बर्खास्त कर दिया है. इस मामले में परिजनों की मांग की बाद पुलिस ने एसआईटी का गठित की है. श्रीगंगानगर में पदस्थापित प्रशिक्षु आईपीएस को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई है.