बीकानेर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और प्रदेश के शिक्षा मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा गुरुवार को बीकानेर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बीकानेर में कोरोना प्रबंधन को लेकर जिला स्तर के अधिकारियों के साथ जिला कलेक्ट्रेट में बैठक की. इस दौरान डोटासरा ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब मीडिया से गायब हो चुके हैं और बहुत जल्दी देश की जनता की नजर से भी गायब हो जाएंगे.
मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पिछले साल कोरोना के दौरान पीएम केयर्स फंड में देश और दुनिया से काफी पैसा इस फंड में आया लेकिन इसका कोई हिसाब नहीं है. इससे राज्यों को भेजे गए संसाधनों में 70 फीसदी पूरी तरह से खराब है. उन्होंने कहा कि इन खराब संसाधनों के ठीक होने को लेकर भी कोई जानकारी नहीं उपलब्ध करवाई जा रही है, जबकि मुख्यमंत्री ने इस बारे में केंद्र सरकार को अवगत कराया है. कोविड संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए ‘टीम भावना’ के साथ काम करें. मरीजों के इलाज के लिए राज्य सरकार द्वारा धन और संसाधनों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी.
क्वॉरेंटीन सेंटरों में भी सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश
उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा किसी स्तर पर ढिलाई नहीं बरती जाए. डोटासरा कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन से संबंधित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. उन्होंने कोविड अस्पताल, जिला अस्पताल सहित सीएचसी, पीएचसी और उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की तथा कहा कि प्रत्येक स्थान पर आवश्यक दवाइयां, बेड और सभी संसाधन उपलब्ध रहें. वरिष्ठ चिकित्सक व्यवस्थाओं पर नियमित नजर रखें तथा यह सुनिश्चित करें कि मरीजों को बेवजह कोई परेशानी नहीं हो. उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर स्थापित किए जा रहे क्वॉरेंटीन सेंटरों में भी सभी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद रखने के निर्देश दिए.
मेडिकल स्टाफ नियुक्ति के निर्देश
प्रभारी मंत्री ने ऑक्सीजन की आवश्यकता, उपलब्धता और वितरण की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि मरीजों की आवश्यकता के अनुरूप आक्सीजन उपलब्ध करवाने में किसी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी. चिकित्सक भी यह सुनिश्चित करें कि आक्सीजन का अपव्यय नहीं हो. उन्होंने डीएमएफटी फंड से एक बड़ा आक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित करने की संभावनाओं पर चर्चा की. साथ ही विधायकों, सीएसआर और अन्य भामाशाहों की ओर से दी जा रही सहायता के बारे में भी जाना. सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर तक आवश्यक मात्रा में आक्सीजन उपलब्ध रखने के निर्देश दिए. उन्होंने जिले में मेडिकल स्टाफ नियुक्ति की समीक्षा की और ‘अर्जेंट और टेम्परेरी बेसिस’ पर नियमानुसार नियुक्ति के निर्देश दिए.
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डोटासरा ने कहा कि जिले में कोविड मरीजों के इलाज के लिए अधिकृत छह अस्पतालों की माॅनिटरिंग के लिए एक-एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त किया जाए. यह अधिकारी सुनिश्चित करें कि यहां भर्ती मरीजों से नियमानुसार शुल्क वसूला जाए और बेहतर इलाज हो. साथ ही इन अस्पतालों में कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की पालना हो. उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे को और अधिक प्रभावी तरीके से करने के निर्देश दिए तथा कहा कि इसकी नियमित समीक्षा की जाए. सर्वे के दौरान वितरित की जाने वाली आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.