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स्पेशलः कोरोना को काबू करने के लिए भीलवाड़ा प्रशासन की क्या हैं तैयारियां?...यहां जानें... - Rajasthan News

कोरोना की दूसरी लहर भारत में कहर बनकर बरपी है. इस बीच एक बार फिर भीलवाड़ा में भी कोरोना ने अपना रौद्र रूप ले लिया है. कोरोना की पहली लहर में भी भीलवाड़ा कोविड- 19 हॉट स्पॉट रहा और इस बार भी उसी राह पर चल पड़ा है. हालांकि, बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर इस बार प्रशासन पहले ही अलर्ट मोड पर है. जिला प्रशासन ने हर तरीके से तैयारियां कर रखी हैं, जो कोरोना को काबू करने के लिए लगभग कारीगर हैं. आइए जानते हैं कोरोना की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने क्या-क्या इंतजाम कर रखे हैं...

Rajasthan News, भीलवाड़ा में प्रशासन की तैयारियां
भीलवाड़ा में प्रशासन की तैयारियां

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Published : Apr 24, 2021, 1:54 PM IST

भीलवाड़ा.देश और प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब अपने पैर पसारने लगी है. इसका व्यापक असर कपड़ा नगरी भीलवाड़ा में भी देखने को मिला है, जिसके चलते पिछले 7 अप्रैल से भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमितो का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. बढ़ते संक्रमण को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है.

डॉक्टर शलभ शर्मा, एक्सपर्ट, मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल

भीलवाड़ा जिले में कोरोना की स्थिति की बात की जाए तो मरीज केवल शक के आधार पर अस्पताल में भर्ती होने जा रहे हैं, जिसको लेकर अस्पतालों में बेड की कमी पड़ गई है. यही नहीं ऑक्सीजन की भी काफी समस्या सामने आ रही है. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर डबल इन वॉल है, जो हवा में भी काफी समय तक रहता है, जिसकी वजह से अस्पताल के माहौल में भी वृद्धि हो रही है, लिहाजा अस्पताल के कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं. बढ़ते संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग शहर भर में हर घर जाकर डोर टू डोर सर्वे कर रहा है, जिसमें कोविड-19 लक्षण की जानकारी जुटा कर एक रिकॉर्ड तैयार कर रहा है.

भीलवाड़ा में प्रशासन की तैयारियां

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राजमाता विजय राजे सिंधिया राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर शलभ शर्मा का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर अपना प्रकोप बढ़ा रही है. इस बार इसमें कुछ बदलाव हुए हैं. यह डबल न्यूटेशन वायरस है, जो पिछली बार के मुकाबले वायरस ज्यादा खतरनाक है. लोगों को तेजी से संक्रमित कर रहा है. यही कारण है कि आज तेजी से कोरोना से लोग संक्रमित हो रहे हैं.

डॉ. घनश्याम चावला, रैपिड रेस्पांस टीम प्रभारी

उन्होंने कहा कि हालातों को देखते हुए आरटी पीसीआर जांच की क्षमता भी बढ़ाई गई है, जिसकी वजह से संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ रहा है. प्रतिदिन हमारे पास 2 हजार से अधिक सैंपल आ रहे हैं, उनमें से 25 से 30 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं. इनमें से गंभीर हालात वाले मरीज की मौत भी हो रही है. मेडिकल कॉलेज स्थित हमारी आरटीपीसीआर लैब में लगभग 7 मशीनें हैं. पहले कोरोना जांच की 5 मशीनें थी, जो हाल ही में दो मशीनें और उपलब्ध हो गई हैं, जिनकी संख्या बढ़कर 7 हो गई है. इसके अतिरिक्त हमारे पास एक आरएन एक्सटेंशन मशीन भी सरकार ने सप्लाई कर दी है. जहां, हम पहले डेढ़ हजार सैंपल कर पाते थे अब यह संख्या बढ़कर प्रतिदिन 2 हजार सैंपल कर रहे हैं और अभी के समय में हम इसकी क्षमता बढ़ाकर तीन से चार हजार सैंपल कर रहे हैं. हमारी RT-PCR लैब में 28 लैब टेक्नीशियन 6 रिसर्च असिस्टेंट और 6 डाटा एंट्री ऑपरेटर लगातार काम कर रहे हैं. पहले जहां हम टेस्टिंग का दिन में दो राउंड करते थे अब यह बढ़ाकर तीन राउंड हो गया है.

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शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय में 200 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड हैं. इसके साथ ही हमारे पास 50 आईसीयू बेड हैं, जिसमें से लगभग 100 फीसदी बेड फुल हो चुके हैं, यानी कि एमजी अस्पताल परिसर में एक भी बेड खाली नहीं है, जिसको लेकर हमने इसके अतिरिक्त एक नया कोरोना वार्ड बनाया है. अस्पताल के माहौल में गैर-संक्रमित व्यक्ति पर संक्रमण फैलने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर अब ज्यादा स्ट्रांग हो गई है, जिसके कारण जहां पहले व्यक्ति के खांसने पर वायरस नीचे गिर जाता था या किसी चीज से चिपक जाता था, तो वहीं अब यह दूसरी लहर व्यक्ति के खांसने पर हवा में बनी रहती है. एयरबोर्न वायरस होने के कारण यह ज्यादा फैल रहा है. किसी व्यक्ति के छींकने पर तीन 4 घंटे तक वातावरण में यह मौजूद रहता है. उस वातावरण के संपर्क में जो व्यक्ति आता है जिस की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है वह व्यक्ति संक्रमित हो जाता है. हमारे ही अस्पताल के 14 नर्सिंग कर्मी और कुछ डॉक्टर संक्रमित हुए हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि यह वायरस हवा से नहीं फैलता है.

'कोरोना की दोनों वैक्सीन लगने के बाद भी हो सकते हैं संक्रमित'

मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल शर्मा ने कहा कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि कोरोना की डोज लगने के बाद व्यक्ति संक्रमित नहीं हो सकता. ऐसे कई मामले जिले भर में सामने आ रहे हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली है, फर्क सिर्फ इतना है कि डोज लगने के बाद व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और मौत होने के प्रतिशत कम हो जाते हैं.

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रैपिड रेस्पांस टीम प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला ने कहा कि 7 अप्रैल से ही लगातार भीलवाड़ा में कोरोना ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है, जिसके बाद से ही भीलवाड़ा में 500 से 600 के करीब कोरोना वायरस मरीज सामने आ रहे हैं. बढ़ते मरीजों को लेकर ऑक्सीजन की काफी समस्या सामने आ रही है. जिला कलेक्टर के निर्देश पर चित्तौड़गढ़ और पाली प्लांट से ऑक्सीजन ली जा रही है. आरटी पीसीआर केंद्र पर कोरोना प्रोटोकॉल नियमों को लेकर चावला ने कहा कि लोगों को संयम रखने की जरूरत है. अगर उनका नंबर देरी से आ रहा है तो अपील है कि थोड़ा इंतजार करें. भीलवाड़ा शहर में लगभग 9 केंद्र हैं, जहां पर RT-PCR जांच की जा रही है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में ब्लॉक लेवल पर भी 2-3 केंद्र हैं जहां पर सैंपल लिए जा रहे हैं. भीलवाड़ा जिले भर में आरटी पीसीआर टेस्ट के हमारे पास 30 केंद्र हैं, जहां पर कोविड-19 सैंपल लिए जा रहे हैं.

डिप्टी सीएमएचओ डॉ. सीपी गोस्वामी ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य के संयुक्त तत्वाधान में शहर में सबसे ज्यादा निकलने वाले क्षेत्र में कोविड-19 सघन सर्वे चलाया जा रहा है. सर्वे में स्वास्थ्य कर्मी, आशा सहयोगिनी, एएनएम कार्यकर्ता के साथ नर्सिंग कर्मी के 150 से अधिक टीम बनाई गई हैं, जिसमें प्रत्येक दल में दो व्यक्ति हैं, जो प्रत्येक 10 दल के बीच में एक सुपरवाइजर भी है. सर्वे में शहरी क्षेत्र में हर एक घर में डोर टू डोर जाकर कोविड-19 की गाइडलाइन जानकारी देने के साथ ही आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. करीब 300 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी हर घर में जाकर खांसी जुकाम, बुखार और कोविड-19 लक्षणों का आकलन करके रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं. वहीं, उनका मौके पर दवाइयों का वितरण करते हुए इलाज भी किया जा रहा है. अभी तक हमने 65 हजार घरों का सर्वे पूरा कर लिया है, इसके साथ ही हमने साढ़े 3 लाख लोगों की स्क्रीनिंग कर ली है, जिसमें से 800 लोगों का सर्दी जुकाम लक्षण होने पर उन्हें आवश्यक दवाई भी वितरित कर दी गई है. कोविड-19 घातक बीमारी का हम घर घर जाकर पता लगा रहे हैं.

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जांच करवाने आए युवाओं का कहना है कि कोरोना से जंग और परिवार की सुरक्षा के लिए आरटी पीसीआर जांच करवाना अनिवार्य है. लोगों को स्वयं आगे आकर कोविड-19 जांच करवानी चाहिए. हम भी यहां पर जांच करवाने के लिए आए हैं और यहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत सैंपल लिए जा रहे हैं. पिछले गत दिनों में कोरोना की रिपोर्ट की बात करें तो अब तक कोरोना के 19, 654 पॉजिटिव मामले सामने आ गए हैं, जिसमें शुक्रवार को भीलवाड़ा जिले भर में 511 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाए गए, इनमें से 14 व्यक्तियों की मौत हो चुकी है.

हालांकि, सरकारी आंकड़ों में इन मौत का जिक्र नहीं किया गया है, लेकिन भीलवाड़ा के मोक्ष धाम में देखें तो सच्चाई सामने जलती हुई दिखाई देती है. दूसरी तरफ जिले में गुरुवार को 602 पॉजिटिव मिले और 13 जनों की मौत हो चुकी है. बुधवार को 659 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले, इससे थोड़ा कम मंगलवार को 475 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए और सोमवार को 550 कोरोना संक्रमित में जिले भर में पाए गए. अप्रैल के महीने में 60 जनों की मौत हुई है. अब तक 238 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकारी विभाग 45 रोगियों की मौत बता रहा है. संक्रमण के केसों में गुरुवार को भीलवाड़ा प्रदेश में 8वें स्थान पर पहुंच गया और एक्टिव केस के मामले में भीलवाड़ा 5वें स्थान पर है.

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