भीलवाड़ा. क्षेत्र में इस बार गणेश उत्सव को खास तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही हैं. इसके लिए गणेश उत्सव एवं प्रबंधन समिति की ओर से एक पहल की गई है, जिसके तहत पर्यावरण को बचाने के लिए भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, बूंदी और अजमेर जिले में मिट्टी से बनी 6 सौ गणेश प्रतिमा को वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है.
मिट्टी से बनी 600 प्रतिमाएं की जाएंगी वितरित इन प्रतिमाओं की दर 350 से लेकर 1 हजार रुपए रखी गई है. वहीं समिति के अध्यक्ष उदयलाल समदानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत ने बताया कि उन्होंने पर्यावरण बचाने और समाज को संगठित रखने का संकल्प लिया है. इसके तहत इस बार गणेश चतुर्थी पर लगभग 600 गणेश प्रतिमा मिट्टी की बनाई गई है, जिनका वितरण भीलवाड़ा सहित कई जिलों में किया जाएगा.
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उन्होंने बताया कि गणेश प्रतिमा वितरण कार्यक्रम की साल 1993 में शुरुआत की गई थी. सबसे पहले तीन मूर्तियों से वितरण शुरू हुई. फिर 3 से 30 मूर्तियां वितरित की गई थी. जो आज 600 के करीब पहुंच चुका है. 3.30 फीट की मूर्ति के 350 रुपये और 5 फीट की मूर्ति के एक हजार लागत मूल्य है. वहीं मूर्ति ले जाने वाले भक्तों को भी पर्यावरण बचाने का संकल्प दिलाया जा रहा है. गणेश मूर्ति वितरण करने वाले लादू लाल माली ने कहा कि भक्तों को मूर्ति लेने के लिए समिति की ओर से टोकन दिया जाता है. उस टोकन को देने के बाद भक्तों को गणेश प्रतिमा दी जाती है.