भीलवाड़ा.पुलिस लाइन के मालखाने में रखे बेशकीमती हथियार गायब (case of weapon lost from Bhilwara arsenal) होने का मामला गंभीर होता जा रहा है. मालखाने में 317 हथियार रियासत कालीन राजा-महाराजाओं के थे. तत्कालीन मेवाड़ रियासत के कई राजघरानों के 174 दुर्लभ और अमानती हथियार मालखाने से गायब हो गए हैं. पुलिस ने इन बेशकीमती हथियारों को तस्करों के हाथ बेचे जाने की आशंका जताई है.
पुलिस लाइन के हथियार खाने से गायब हुए 317 हथियारों में से तत्कालीन रियासत कालीन राजा महाराजाओं के जो बेशकीमती 174 हथियार गायब हुए हैं, उनमें 1820 में तत्कालीन बनेड़ा राजाधिराज भीम सिंह को कर्नल जेम्स टॉड (Two silver pistols gifted by Colonel Todd lost) की ओर से भेंट की गई चांदी की दो पिस्टलें भी शामिल हैं. इसके अलावा तत्कालीन मेवाड़ रियासत के कई राजघरानों के 174 दुर्लभ और अमानती हथियार भी गायब हो गए हैं. जिस धरोहर को सहेजने की जिम्मेदारी भीलवाड़ा पुलिस को दी गई थी, उसी के कारिंदों ने मिलीभगत कर इन दुर्लभ हथियारों का कहीं सौदा कर दिया.
पढ़ें.राजस्थानः भीलवाड़ा पुलिस के मालखाने से 317 हथियार गायब, शाखा प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज
राजाधिराज भीम सिंह को कर्नल जेम्स टॉड ने भेंट दिए थे हथियार:तत्कालीन बनेड़ा राजाधिराज भीम सिंह को कर्नल जेम्स टॉड की ओर से उपहार स्वरूप चांदी की दो पिस्टल और टेलीस्कोप दिया गया था. इसका जिक्र कर्नल टॉड ने अपनी पुस्तक 'एनल्स एंड एंटीक्विटीज ऑफ राजस्थान' के पेज नंबर 11 और 12 पर किया है. उन्होंने लिखा है कि जब वे 8 दिसंबर 1820 को राजस्थान आए थे तो उस वक्त बनेड़ा ठिकाने पर गए थे. करीब 3 घंटे तक तत्कालीन बनेड़ा के राजाधिराज भीम सिंह से मेवाड़ के बारे में उन्होंने चर्चा की थी. बनेड़ा दरबार के स्वागत से खुश होकर कर्नल टॉड ने उन्हें दो चांदी की पिस्टल भेंट की थी जो अब भीलवाड़ा पुलिस लाइन के हथियार खाने से गायब हो गई है.
चांदी की दो पिस्टलें और टेलीस्कोप भेंट किया था
राजस्थान के इतिहास में लेखक कर्नल जेम्स टॉड 1817-18 पश्चिमी राजपूत राज्यों के पॉलिटिकल एजेंट बनकर उदयपुर आए थे और 5 वर्ष तक वहीं रहे. तब वे 3 घंटे के लिए बनेड़ा रियासत आए थे. कर्नल टॉड ने अपनी किताब में यह भी लिखा है कि मेरे मित्र राजा भीम सिंह बनेड़ा से 2 मील पहले उनके स्वागत के लिए पहुंचे थे. वे शालीन व्यक्ति थे इसलिए उनसे मित्रता भी हो गई. बनेड़ा दरबार ने मुझे राज सिंहासन के पास बैठने की भी जगह दी थी. उन्होंने मुझे तोहफे भी दिए थे. तब मैंने भी उन्हें चांदी की दो पिस्टल और एक टेलीस्कोप तोहफे में दिया था.