भीलवाड़ा. देश में बढ़ रहे कोरोना के प्रकोप और विश्व शांति को लेकर सोमवार को हरी सेवा उदासीन आश्रम परिसर में स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में विभिन्न सामाजिक संगठन के लोगों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया. जहां भगवान भोलेनाथ का 51 किलो पंचामृत और 11 किलो बेलपत्र से लगातार जलाभिषेक किया गया. सावन के चौथे सोमवार को जिले के सभी शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना की जा रही है. कोरोना के चलते सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए महज चंद आदमी ही भगवान भोलेनाथ की पूजा कर रहे हैं.
जलाभिषेक करने आए जानकीलाल सुखवाल ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि आज सावन के चौथे सोमवार को भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जा रही है. सावन माह में भगवान भोलेनाथ की पूजा का विशेष महत्व है. यहां पूरे विधि विधान से मंत्रोचार के साथ भगवान भोलेनाथ के 51 किलो पंचामृत और 11 किलो बेलपत्र से जलाभिषेक किया गया. हमने भगवान भोलेनाथ से कोरोना मुक्ति और विश्व शांति की प्रार्थना की.