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भीलवाड़ा:आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे डॉक्टर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव

भीलवाड़ा में शुक्रवार को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे एक डॉक्टर के साथ ही 15 नए कोरोना मरीज सामने आए हैं. सभी मरीजों को जिला अस्पताल स्थित कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है. साथ ही शुक्रवार को 2 कोरोना मरीजों के ठीक होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है.

Bhilwara News, भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण
भीलवाड़ा में शुक्रवार को एक डॉक्टर की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव

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Published : Jun 19, 2020, 10:42 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में शुक्रवार को कोरोना आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी दे रहे डॉक्टर की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. साथ ही जिले में 15 नए कोरोना मरीज भी सामने आए हैं, जिससे चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया है. सभी मरीजों को जिला अस्पताल स्थित कोरोना आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है.

इन नए मरीजों के सामने आने के बाद भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमितयों का आंकड़ा बढ़कर 217 तक पहुंच गया है. साथ ही शुक्रवार को 2 कोरोना मरीजों के ठीक होने के बाद उन्हें जिला अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है.

भीलवाड़ा में शुक्रवार को एक डॉक्टर की रिपोर्ट आई कोरोना पॉजिटिव

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महात्मा गांधी चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. अरुण गौड़ ने बताया कि 23 मई से कोरोना आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी कर रहे एक डॉक्टर की तबीयत खराब होने पर उसकी जांच करवाई गई. उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें जिला अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है. इसके साथ ही एक मरीज जयपुर से इलाज करवा कर आया था, उसकी रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई है. साथ ही जिले में 15 और लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. इसके बाद जिले में अब कोरोना मरीजों का आंकड़ा 217 तक पहुंच गया है. इसी के साथ 2 कोरोना मरीजों को जिला अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है.

भारत में 3.5 लाख के करीब पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या

भारत के 8 राज्यों में कोरोना का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 3.5 लाख के करीब पहुंच गई है. पहले से ही वित्तीय संकट से जूझ रही राज्य सरकारों ने परीक्षण करना कम कर दिया है, जिससे कोरोना के सामुदायिक प्रसारण का खतरा बढ़ गया है. माना जा रहा है कि बड़े पैमाने पर जांच करके ही संक्रमण रोका जा सकता है. लेकिन, वर्तमान औसत जांच दर अभी भी 1,50,000 प्रतिदिन है. ये निराशाजनक जांच दर सबसे ज्यादा जोखिम वाले समूहों जैसे हृदय, गुर्दे और पल्मोनरी बीमारियों ग्रस्त लोगों के अलावा डायबिटिज और हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए भी घातक साबित हो रही है. वहीं, रिकवरी रेट 52.47 प्रतिशत है. एक अध्ययन से पता चला है कि दुनिया भर में 170 करोड़ लोगों (दुनिया की आबादी का 20 प्रतिशत) को कोरोना संक्रमण का ज्यादा खतरा है.

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