जयपुर. राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने अब तक 41 प्रत्याशियों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया है. कांग्रेस पार्टी की 18 अक्टूबर के बाद होने जा रही सीईसी की बैठक के बाद ही प्रत्याशियों की घोषणा होगी. इसी बीच बहुजन समाज पार्टी ने भी अब तक कुल 12 प्रत्याशी मैदान में उतार दिए हैं. जिनमें से 2 प्रत्याशी सार्दुलपुर से पूर्व विधायक मनोज न्यांगली और बांदीकुई से भवानी सिंह गुर्जर शामिल है. जिन 12 प्रत्याशियों को बसपा ने मैदान में उतारा है, उनके नाम और जातिगत समीकरण को देखा जाए तो साफ लगता है कि बसपा ने जो उम्मीदवार उतारे हैं, उससे या तो ट्रायंगल बनेगा या फिर समीकरणों के आधार पर कांग्रेस को नुकसान होगा.
इस तरह बिगाड़ेगी बसपा गणित:
1. सार्दुलपुर: बसपा ने पूर्व विधायक मनोज न्यांगली को मैदान में उतारा है, जो राजपूत हैं और पहले भी विधायक रह चुके हैं. हालांकि अभी कांग्रेस और भाजपा ने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन दोनों ही पार्टियां जाट उम्मीदवार उतारती हैं, तो बसपा का प्रत्याशी त्रिकोणीय मुकाबले में चुनाव जीत सकता है.
2. बांदीकुई: बांदीकुई से बसपा ने भवानी सिंह गुर्जर को उम्मीदवार बनाया है. यहां भाजपा ने भागचंद को टिकट दिया है, जो माली समाज से आते हैं. तो वहीं कांग्रेस के विधायक जीआर खटाना भी गुर्जर हैं. ऐसे में अगर जीआर खटाना को ही टिकट मिलता है, तो बसपा का उम्मीदवार गुर्जर वोट में सेंध लगा सकता है.
3. बानसूर: बानसूर से बहुजन समाज पार्टी ने मुकेश यादव को टिकट दिया है, तो वहीं भाजपा ने देवी सिंह शेखावत को टिकट दिया है. कांग्रेस से शकुंतला रावत वर्तमान में विधायक हैं. ऐसे में बसपा के यादव कैंडिडेट से मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है.
4. तिजारा:तिजारा से भाजपा ने बालकनाथ को टिकट दिया है, जो यादव हैं. अब कांग्रेस पर निर्भर करता है कि वह पूर्व स्वास्थ्य मंत्री दुरु मियां को टिकट दे या फिर बसपा से कांग्रेस में आए विधायक संदीप यादव को. लेकिन एक बात साफ है कि अल्पसंख्यक मुस्लिम उतार कर बसपा ने कांग्रेस के वोट बैंक पर सेंध लगाने की तैयारी कर ली है.
5. डीग कुम्हेर: बसपा ने हरिओम शर्मा के रूप में ब्राह्मण प्रत्याशी उतारा है, तो कांग्रेस और भाजपा हर बार इस सीट पर जाट प्रत्याशी उतारती है.