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निजी विद्यालय के मालिकों का छलका दर्द, आरटीई के तहत विद्यार्थियों के अनुदान की नहीं मिली राशि

भीलवाड़ा के निजी स्कूलों में शिक्षा के अधिकार के तहत गरीब बच्चों के लिए आने वाली राशि का भुगतान अभी तक निजी विद्यालय संचालकों को नहीं किया गया जिससे निजी स्कूल संचालकों ने सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर राशि के भुगतान की मांग की.

निजी विद्यालय के मालिकों का छलका दर्द

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Published : Jun 17, 2019, 6:38 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में संचालित निजी विद्यालयों के संचालक गत वर्ष आरटीई के तहत विद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के अनुदान की राशि नहीं मिलने के कारण आक्रोश में हैं. सोमवार को निजी विद्यालयों के संचालकों ने जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कलेक्टर राजेंद्र भट्ट को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने जल्द से जल्द राज्य सरकार से अनुदान दिलवाने की मांग की.

जिले में संचालित निजी विद्यालय में वर्ष 2016-17 व 2017-18 में आरटीई के तहत विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों का अनुदान अभी तक नहीं मिला. सोमवार को इसके विरोध में जिला कलेक्ट्रेट पर संचालकों ने प्रदर्शन कर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इसके बाद प्रेस से मुखातिब होते हुए संचालकों ने कहा कि जिले में जितने भी प्राइवेट स्कूल संचालित है वहां शिक्षा के अधिकार के तहत बालकों को एडमिशन दिया गया और उनको शिक्षा दी गई लेकिन राज्य सरकार से अनुदान के रूप में मिलने वाला पैसा अभी तक उनको नहीं मिला है.

निजी विद्यालय के मालिकों का छलका दर्द

उन्होंने कहा कि सरकार से पैसा जिला शिक्षा अधिकारी के पास पंहुच गया है जो पिछले 3 महीने से हम विद्यालय संचालकों को अभी तक पैसे का भुगतान नहीं कर रहे. इस कारण जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा कि जल्द से जल्द पैसों का भुगतान किया जाए जिससे विद्यालय संचालकों को आर्थिक स्थिति से झुझना नहीं पडे. वहीं जिले में अब तक 7.5 करोड़ रुपए बकाया है. अगर जल्द से जल्द जिला शिक्षा अधिकारी पैसे का भुगतान नहीं करते है तो कई संचालकों की आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है जिससे कई गरीब बच्चों को अब शिक्षा सत्र में निशुल्क प्रवेश नहीं दिया जाएगा.

अब देखना यह होगा कि भीलवाड़ा जिला प्रशासन कब जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हैं जिससे इन विद्यालय निजी विद्यालय के संचालकों को आरटीई के तहत अनुदानित पैसा जल्द से जल्द मिल सके और नए शैक्षणिक सत्र में भी आरटीई के तहत गरीब बच्चों को प्रवेश मिल सके.

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