भीलवाड़ा.वन विभाग की टीम ने जंगली जानवरों के हमलों में घायल हुए लोगों के लिए सहायता राशि जारी कर दी है. 12 परिवार के लिए मुआवजा राशि स्वीकृत की गई है.
जिले के आसींद और मांडलगढ़ क्षेत्र में जंगली जानवरों का आतंक हैं. वन्यजीव मवेशी और ग्रामीणों को अपना शिकार बनाते हैं. जानवरों के हमले में घायल हुए लोगों के लिए राज्य सरकार की ओर से सहायता राशि दी जाती है.
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वन विभाग के उप वन संरक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह जागावत ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में बताया, कि जिले में हिंसक वन्यजीव से जो नुकसान पहुंचता है. चाहे मवेशी हो या इंसान उन्हें मुआवजा देने की व्यवस्था राज्य सरकार ने की है. जिसके तहत अब 92 हजार की लंबित राशि की स्वीकृति वनविभाग ने दी है. इस योजना में हिंसक वन्यजीव के हमले से गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के परिवार को यह राशि दी जाती है.
हिंसक वन्यजीव जरख, पैंथर और भालू सबसे ज्यादा हमला करते हैं. मुआवजे के तौर पर अधिकतम 4 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाती है. 4 लाख की राशि तब मिलती है, जब हिंसक वन्यजीव के हमले में किसी की मृत्यु हो जाती है.
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वहीं स्थाई अपंग होने पर 2 लाख रुपए की राशि का भुगतान होता है. जंगली जानवर के हमले से अस्थाई अयोग्य होने पर 40 हजार रुपए की राशि दी जाती है. जिले में 12 लोगों को सहायता राशि का लाभ मिला है.