भीलवाड़ा डिवीजन में अफीम की तुलाई हुई पूरी...अच्छी उपज से किसानों के खिल उठे चहरे
भीलवाड़ा डिवीजन के 236 गांवों के 5203 किसानों की अफीम की तुलाई भीलवाड़ा जिले के सिंगोली कस्बे के पास स्थित माहेश्वरी धर्मशाला में पूरी हो गई है. इस बार अच्छी उपज होने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं. वहीं प्रशासन ने अफीम तुलवाई के बाद राहत की सांस ली है. इस बार राजस्थान में भीलवाड़ा डिवीजन में अच्छी औसत पाई गई है. भीलवाड़ा डिवीजन में कोटा, चित्तौड़गढ़ व भीलवाड़ा जिले के गांव शामिल है.
भीलवाड़ा. काले सोने के नाम से विख्यात अफीम की पूर्णता तुलाई पुरी होने पर नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों ने राहत की सांस ली है. भीलवाड़ा डिवीजन की अफीम की तुलाई मेवाड़ के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल सिंगोली चारभुजा स्थित माहेश्वरी धर्मशाल परिसर में हुई. अफीम की खरीद 5 अप्रैल से शुरू की गई थी. 23 अप्रैल तक अफीम की तुलाई हुई है. कुल 19 दिन चली अफीम की तुलाई में भीलवाड़ा डिवीजन के 236 गांव के 5203 अफीम उत्पादक कृषकों की कुल 38767 किलोग्राम अफीम की तुलाई हुई. जिसका 70 डिग्री पर सांद्रता पर बजन 34648.8 किलोग्राम पाया गया. भीलवाड़ा डिवीजन में 513.5932 हैक्टियर में अफीम की फसल की बुवाई हो हुई थी. तुलवाई गई अफीम को नीमच भेज दिया गया है.