भीलवाड़ा. कर्नाटक में जैन संत कामकुमार नंदी महाराज के विरोध में गुरुवार को शक्ल हिंदू समाज के आह्वान पर भीलवाड़ा जिला बंद रहा. यहां जिला मुख्यालय पर हजारों की संख्या में संत-महात्मा, महिला, पुरुष व राजनेताओं ने मौन जुलूस निकालकर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और ठोस कार्रवाई की मांग की.
दरअसल, कर्नाटक में जैन संत आचार्य कामकुमार नंदी महाराज की पिछले दिनों हत्याकांड की निष्पक्ष जांच और अपराधियों को कठोर दंड देने की मांग को लेकर सकल जैन समाज व सकल हिंदू समाज के आह्वान पर भीलवाड़ा बंद रखा गया. शक्ल हिंदू समाज व जैन समाज के हजारों महिला, पुरुष भीलवाड़ा के सूचना केंद्र चौराहे पर एकत्रित हुए और वहां से मौन जुलूस के रूप में रेलवे स्टेशन होते हुए भीलवाड़ा जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे, जहां जिला कलेक्टर आशीष मोदी को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान हरी सेवा उदासीन आश्रम के महामंडलेश्वर हंसाराम जी महाराज ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि कर्नाटक में कामकुमार जी महाराज का अपहरण कर जिस तरीके से टुकड़े-टुकड़े करते हुए हत्या की, वह घोर निंदनीय है. वर्तमान दौर में कर्नाटक ही नहीं देश भर में कई जगह संतों पर हमले हो रहे हैं. हमने राज्य सरकारों व केंद्र सरकार के साथ ही राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है. हमारी सरकार से मांग है कि सनातन धर्म की रक्षा करें. ऐसे में संत की हत्या करने वाले पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, जिससे भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो. संत के साथ ऐसी वारदात को अंजाम देने वाले को कड़ी सजा दी जाए, साथ ही यह भी पता लगाया जाए कि इनके पीछे कौन से संगठन या कौन से लोगों का हाथ है. उन्होंने कहा कि जिस तरह जैन संत की हत्या की गई, उस तरह से निर्मम हत्या तो एक कसाई भी बकरा काटते समय नहीं करता होगा.