गृह राज्य मंत्री ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप... भीलवाड़ा. जिले के कोटड़ी क्षेत्र में नाबालिग बालिका के गैंगरेप कर हत्या मामले में मंगलवार को गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव व राजस्व मंत्री रामलाल जाट पहुंचे. उन्होंने मुख्यमंत्री सहायता से 5 लाख की सहायता राशि का चैक परिवार को सौंपा. इस दौरान गृह राज्य मंत्री ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि इस मामले मे सरकार जल्द से जल्द न्यायालय में चालान पेश करेगी और दोषियों को सख्त सजा दिलाएगी. वहीं उन्होंने कहा कि भाजपा मणिपुर का मामला दबाने के लिए यहां के मामले को हवा दे रही है.
मीडिया से बातचीत में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव ने कहा कि इस मामले में सरकार जल्द से जल्द न्यायालय में चालान पेश करेगी और दोषियों को सख्त सजा दिलाएगी. उन्होंने कहा कि भाजपा मणिपुर का मामला दबाने के लिए यहां के मामले को हवा दे रही है. यादव ने कहा कि पुलिस ने उसी दिन चार युवाओं को गिरफ्तार कर लिया था. शेष आरोपियों को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले को हमारे एडीजी रैंक के अधिकारी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इस तरह की घटना में राजनीति नहीं होनी चाहिए.
पढ़ें:बीजेपी की राष्ट्रीय सचिव भीलवाड़ा गैंगरेप और जलाने के मामले को लेकर हुईं भावुक, छलक पड़े आंसू
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में सर्तकता से काम कर रही है. बीजेपी के पास आरोप लगाने के अलावा कुछ नहीं है. मणिपुर के लिए कुछ नहीं बोलते हैं. हमने तुरंत कार्रवाई की है. मणिपुर की घटना से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा इस मामले को हवा दे रही है. वहीं प्रदेश के राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में स्पेशल मॉनिटरिंग करते हुए स्पेशल अधिकारी को लगाया है. आज गृह राज्य मंत्री और मैं यहां पहुंचे हैं. घटना की जानकारी ली है और तुरंत मुख्यमंत्री सहायता कोष से 5 लाख रुपए की सहायता राशि का चेक मृतक बालिका के परिजनों को सौंपा.
पढ़ें:Minor Gang Raped and Burnt: राज्यमंत्री धीरज गुर्जर के आश्वासन पर धरना हुआ समाप्त, इन पर बनी सहमति
गौरतलब है कि कोटडी थाना क्षेत्र में हाल ही में एक नाबालिग बालिका के साथ गैंगरेप कर कोयले की भट्टी में जलाने का मामला सामने आया था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 7 महिला- पुरूषों को गिरफ्तार कर दो बाल अपचारियों को निरूध किया है. दोषियों को फांसी की सजा व परिवार को उचित मुहावजे के लिए 3 दिन तक कोटडी थाना परिसर में सर्व समाज की ओर से धरना दिया गया. इसमें परिवार के एक व्यक्ति को संविदा पर नौकरी व 53.50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया गया था.