राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

भीलवाड़ा: बहुमत के बाद भी BJP नहीं बना पाई सुवाणा पंचायत समिति का प्रधान, पूर्व मंत्री ने प्रदेश संगठन से जांच की मांग की

भीलवाड़ा की सुवाणा पंचायत समिति में भाजपा के पास बहुमत होते हुए भी निर्दलीय के प्रधान बनने पर भाजपा के ही राजनेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इसको लेकर सहाड़ा से भाजपा विधायक ने भाजपा के पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर पर आरोप लगाया है. जिस पर कालू लाल गुर्जर ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए प्रदेश संगठन से इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की है.

By

Published : Dec 15, 2020, 1:36 PM IST

bhilwara news, rajasthan news, भीलवाड़ा न्यूज, राजस्थान न्यूज
पूर्व मंत्री ने प्रदेश संगठन से जांच की मांग की

भीलवाड़ा. जिले की सुवाणा पंचायत समिति में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद भी भाजपा प्रत्याशी की प्रधान पद पर हार के बाद भाजपा के राजनेताओं में ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. जहां भाजपा के पूर्व मंत्री पर सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक प्रत्याशी रूपलाल जाट ने आरोप लगाया है. जिसको लेकर ईटीवी भारत की टीम पूर्व मंत्री कालूलाल गुर्जर के पास पहुंची.

पूर्व मंत्री ने प्रदेश संगठन से जांच की मांग की

ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कालू लाल गुर्जर ने कहा कि हमारे विधानसभा क्षेत्र मांडल में तीन पंचायत समितियां सुवाणा, मांडल और करेड़ा है. जहां सुवाणा पंचायत समिति 2 विधानसभा क्षेत्र मांडल औऱ सहाड़ा में बंटी हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में हमारे विधानसभा क्षेत्र में करेड़ा नई पंचायत समिति बनी है, जहां कांग्रेस के विधायक और पूर्व मंत्री रामलाल जाट ने घर-घर जाकर प्रचार किया.

कालू लाल गुर्जर ने कहा कि फिर भी जनता ने भाजपा पर विश्वास किया और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ी. जहां करेड़ा में भाजपा के प्रधान और निर्विरोध उप प्रधान बने. वहीं मांडल में हमारा बहुमत नहीं आया. उनका कहना है कि हमने खूब कोशिश की, कहीं ना कहीं हमारी भी कमी रही होगी. इस कारण क्षेत्र में दोनों जिला परिषद सदस्य को भी हार का सामना करना पड़ा. पूर्व मंत्री कालू लाल गुर्जर ने कांग्रेस पर चुनाव के दौरान पैसे बांटने का आरोप लगाया है.

पढ़ें:कोहरे का कहर : अलवर के बहरोड़ में भिड़े एक के बाद एक तीन वाहन, बड़ा हादसा टला

सुवाणा पंचायत समिति में 8 पंचायत समिति क्षेत्र मांडल विधानसभा क्षेत्र के विजय हुए और छ सदस्य सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विजय हुए. इस बार दोनों पंचायत समितियों का चुनाव संचालन अलग-अलग होने के कारण आपसी सामंजस्य नहीं बन पाया. इसलिए सुवाणा में हमारा प्रधान नहीं बना. जबकि भाजपा से बागी होकर निर्दलीय विजयी हुआ. उनका कहना है कि जहां हमारे पर भाजपा के राजनेता आरोप लगा रहे हैं.

उसके लिए में अपने आप को जिम्मेदार नहीं मानता हूं क्योंकि मेरी सुवाणा पंचायत समिति से आठ पंचायत समिति सदस्यों ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया था. सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के विजई उम्मीदवारों ने हमारे प्रधान पद के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान नहीं किया. उनका कहना है कि इस मामले में कौन जिम्मेदार है, इसकी जांच होनी चाहिए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details