भीलवाड़ा. जिला आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष 2019 के लिए आबकारी दुकानों के ठेके होने से पहले ही करीब 35 करोड़ रुपए की कमाई आवेदन राशि से प्राप्त कर ली है. जिले की आबकारी की दुकानों की लॉटरी आज शहर के राजीव गांधी ऑडिटोरियम में जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट और पुलिस अधीक्षक योगेश यादव की अध्यक्षता में निकाली गई.
जिसमें बिजोलिया कला की शराब की दुकान का सालाना बजट सरकार की तरफ से 2 करोड़ 10 लाख रूपये है. लेकिन, दुकान लेने की होड़ में आए रिकॉर्ड 1702 आवेदन से विभाग ने आवेदन शुल्क से ही दुकान की सालाना लक्ष्य से अधिक यानी 4 करोड़ 76 लाख 56 हजार रूपये की कमाई कर ली है. जिले में देसी मदिरा के 237 समूह की 261 और विदेशी मदिरा की 24 दुकानों की वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए ठेके पर देने के लिए आज लॉटरी निकाली गई. जिसमें देसी मदिरा की दुकानों के लिए 10110 का विदेशी मदिरा की 24 दुकानों के लिए 2173 आवेदन प्राप्त हुए यानी कुल 12283 आवेदन प्राप्त हुए. इन आवेदन से आबकारी विभाग को 34.36 करोड रुपए की आय हुई.
महिलाये बेसब्री से कर रही है इंतजार
जिले की 12283 शराब की आवंटित दुकानों के लिए सबसे ज्यादा 75 प्रतिशत महिलाओं ने आवेदन किया था. इस बार महिलाओं ने ज्यादा आवेदन करने के कारण जब शहर के राजीव गांधी ऑडिटोरियम में लॉटरी निकाली जा रही थी तब महिलाएं भी उपस्थित थी और अपनी दुकान की लाटरी को लेकर बेसब्री से इंतजार कर रही थी.
शराब लॉटरी में महिलाओं की बढ़ी भागीदारी
एक दुकान के 1702 आवेदन हुए थे प्राप्त
आबकारी बंदोबस्त में सर्वाधिक महंगा आबकारी ठेका बिजोलिया कला स्थित दुकान का होता आया है. इस दुकान की सालाना कमाई 2 करोड 10 लाख 66 हजार रूपये विभाग ने तय की है. पिछले साल यहां का राजस्व 1 करोड़ 83 लाख 18 हजार रूपये था. नए वित्तीय वर्ष के लिए यह दुकान आवंटन को लेकर जिले के साथ ही बूंदी कोटा, चित्तौड़गढ़ के लोगों ने बड़ी संख्या में आवेदन किया. इस दुकान के लिए 1702 आवेदन मिले. आवेदन राशि से ही विभाग 4 करोड 76 लाख 56 हजार की कमाई कर चुका है.
लॉटरी के समय सबसे ज्यादा युवा थे मौजूद
शहर के राजीव गांधी ऑडिटोरियम में जब शराब की दुकानों की लॉटरी हो रही थी. उसमें जिले के आवेदन करता हूं में सबसे ज्यादा युवा देखे यानी युवाओं का इस शराब के कारोबार में बैठना एक चिंता का विषय है. शराब आवंटन के समय आई महिला ने कहा है कि मैंने पहली बार शराब की दुकान को लेकर आवेदन किया है अब हम भगवान पर विश्वास करते हैं कि मेरे दुकान खुले और हमारे को व्यापार मिले. हालांकि, शराब का व्यापार धीरे धीरे महिलाओं और युवाओं पर आधारित हो गया है. जिले में सबसे ज्यादा एक दुकान के लिए राजस्व की आई हुई और 1702 लोगों ने आवेदन किया