भीलवाड़ा. कृषि विभाग ने भीलवाड़ा जिले में खरीफ की फसल की बुवाई के लिए 4 लाख 39 हजार हेक्टेयर भूमि मे बुआई का लक्ष्य रखा. जहां मानसून की पहली बरसात में जिले में 70 प्रतिशत क्षेत्र मे बुआई का लक्ष्य पूरा कर लिया. इस बार किसानों ने मूंग, उड़द, तिल, ग्वार, सोयाबीन, मूंगफली, कपास और मक्का की फसल की बुवाई की है. जहां किसानों का कहना है कि इस बार डीजल महंगा होने के कारण उनको खेत की जुताई और बुवाई के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़े हैं.
ईटीवी भारत के सामने किसानों ने अपना दर्द बयां करते हुए किसान शंकरलाल ने कहा कि इस बार हमने खरीफ की फसल की बुवाई कर दी है और सभी प्रकार की फसल की बुआई की है. इस बार फसल की बुवाई के समय ट्रैक्टर से खेत की जुताई के लिए 200 से 250 रूपये प्रति बीघा के हिसाब से पैसों का भुगतान करना पड़ा और उराई के लिए 300 रूपये प्रति बीघा के हिसाब से पैसे देने पड़े. अब फसल बड़ी हो गई है. जहां फसलों की निराई गुड़ाई की जा रही है. जहां खेत पर सुबह 8 बजे से शाम को 5 बजे तक जो मजदूर खेत पर काम करने आता है उसको 200 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से उनका मेहनताना दिया जाता है. अब उनको सिर्फ बरसात से उम्मीद है क्षेत्र में अच्छी बरसात हो जिसे उनकी फसल का भरपूर उत्पादन हो सके.