भीलवाड़ा.जिले के सारण का खेड़ा गांव में जहरीली शराब पीने से महिला सहित 5 लोगों की मौत के मामले की जांच के लिए गुरुवार को अजमेर संभागीय आयुक्त डॉ. वीणा प्रधान भीलवाड़ा पहुंची. उन्होंने यहां सर्किट हाउस में जहरीली शराब कांड मामले में निलंबित आबकारी अधिकारी और पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.
भीलवाड़ा पहुंची अजमेर संभागीय आयुक्त इसके बाद संभागीय आयुक्त ने भीलवाड़ा जिले के महात्मा गांधी चिकित्सालय में जाकर जहरीली शराब पीने वाले उपचारत लोगों से मुलाकात कर उन्हें गुलाब का फूल भेंट किया. साथ ही इस दौरान मरीजों को आगे से कभी भी शराब नहीं पीने की शपथ भी दिलवाई.
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संभागीय आयुक्त डॉ. वीणा प्रधान ने कहा कि वे शराब के संबंध में जांच करने के लिए भीलवाड़ा आई हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में सभी 12 निलंबित आबकारी विभाग के अधिकारी, पुलिस के अधिकारी और कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए हैं. इसके बाद संभागीय आयुक्त ने भीलवाड़ा जिले के महात्मा गांधी चिकित्सालय में मेल वार्ड, फीमेल मेडिकल वार्ड, आईसीयू और एनएसयूआई वार्ड का निरीक्षण भी किया.
बता दें कि सारण का खेड़ा गांव में गुल्ला पुत्र रामचंद्र कंजर ने घर के पीछे खाली जगह में शराब बनाई गई थी. इस शराब को शाम से रात तक ग्राहकों को बेचा गया. इसे पीने से सारण का खेड़ा निवासी सत्तूडी पत्नी पप्पू कंजर और हजारी पत्नी कालू बैरवा की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं, दलेल सिंह पुत्र लादू सिंह, भौम सिंह पुत्र कानसिंह राजूपत, गुल्ला पुत्र रामचंद्र कंजर, इसकी पत्नी मंजू कंजर, नीतू पत्नी लादूसिंह राजपूत, लादूसिंह पत्नी मोतीसिंह राजपूत व सरदार पुत्र भैरूलाल भाट को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां दलेल सिंह व सरदार भाट की मौत हो गई थी.
इनमें से शराब बनाकर बेचने के आरोपी गुल्ला कंजर ने भी सोमवार को दम तोड़ दिया. गुल्ला कंजर के खिलाफ मांडलगढ़ पुलिस ने बीमार भीमसिंह राजू के बयान पर गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था.