भीलवाड़ा. प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में भीलवाड़ा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. 26 पर यह आंकड़ा पहुंचने के बाद मंगलवार को चिकित्सा विभाग की तमाम रिपोर्टों में भीलवाड़ा में एक भी संदिग्ध रोगी नहीं मिला. जिला कलेक्टर की ओर से 3 से 13 अप्रैल तक महा कर्फ्यू की घोषणा के बाद प्रदेश के पुलिस मुखिया ने भीलवाड़ा शहर की स्थिति का जायजा लेते हुए पुलिस कांस्टेबल और अधिकारियों का हौसला बढ़ाया.
13वें दिन भी शहर में कर्फ्यू जारी
वहीं भीलवाड़ा शहर में कर्फ्यू जारी है. जहां जगह-जगह पुलिस का जाप्ता तैनात है. भीलवाड़ा शहर के निजी अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव के डॉक्टर और कंपाउंडर मिलने के बाद 20 मार्च से भीलवाड़ा शहर में अघोषित समय के लिए कर्फ्यू लगा हुआ है. जहां 13वें दिन भी शहर में कर्फ्यू जारी है. वहीं जिले में 20 मार्च से धारा 144 लगाई गई थी, जहां जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने अग्रिम आदेशों तक धारा 144 में और बढ़ोतरी की है.
3 से 13 अप्रैल तक भीलवाड़ा में महा कर्फ्यू
प्रदेश के अन्य जिलों की तुलना में भीलवाड़ा में कोरोना वायरस मरीजों का आंकड़ा 26 पर पहुंच गया है, लेकिन चिकित्सा विभाग की मेहनत के कारण यह 13 कोरोना ग्राफ की दूसरी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है. जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने 3 से 13 अप्रैल तक भीलवाड़ा शहर में महा कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. जिसको लेकर प्रदेश के पुलिस मुखिया डॉ. भूपेंद्र सिंह यादव ने भीलवाड़ा शहर की पुलिस व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए इस महामारी से निपटने के लिए मुस्तैदी से पुलिस जो काम कर रही है, उनका हौसला बढ़ाया.